Home Azab Gazab खुले मैदान में नहीं, बड़े हॉल में खेला जाता है ‘फुटसाल’

खुले मैदान में नहीं, बड़े हॉल में खेला जाता है ‘फुटसाल’

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खुले मैदान में नहीं, बड़े हॉल में खेला जाता है ‘फुटसाल’

किसी भी खेल को उसके तौर तरीकों के आधार पर बांटा और नाम दिया जाता है। जैसे कि फुटबॉल और फुटसाल, इन दोनों खेलों के नाम भले ही एक जैसे सुनाई पड़ते है, लेकिन असल में यह एक दूजे से बिलकुल अलग है।

फुटबॉल जहां, खुले मैदान में खेलते है, वहीं फुटसाल को बड़े से हॉल में खेला जाता है। फुटसाल का नाम स्पेनिश और पुर्तगाल भाषा का मेल है। वर्ष 1971 में फुटसाल की व्यवस्था के लिए ‘इंटरनेशनल इंडोर फुटसाल फेडरेशन’ की स्थापना हुई जो पूरी दुनिया में फुटसाल एसोसिएशन के नाम से जानी जाती थी। फुटसाल का नाम स्पेनिश और पुर्तगाल भाषा का मेल है।

स्पेनिश और पुर्तगाल से लिया गया नाम

नाम से ही प्रतीत होता है कि यह खेल भी फुटबाल की तरह ही है। अंतर केवल इतना है कि यह खुले मैदान की बजाए बड़े से हॉल में खेला जाता है। ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि इस खेल का नाम पुर्तगाल भाषा के शब्द ‘फुटबॉल डी सलाउ’ या स्पेनिश भाषा के शब्द ‘फुटबॉल साला’ से लिया गया है।

मैदानी फुटबॉल की तुलना में इस हॉल की फुटबॉल में फील्ड छोटी होती है और खिलाड़ी भी 11 न होकर केवल पांच ही होते हैं। इस खेल में खिलाड़ियों के बदलने की पूरी छूट है। फुटबॉल की तुलना में फुटसाल की बॉल का आकार थोड़ा छोटा होता है और वजन कुछ ज्यादा होता है।

फुटसाल के मैच में 20-20 मिनट के दो गेम खेले जाते हैं। जहां बॉल को रोककर पुन: फेंका जाता है जैसे फाउल, गोल किक आदि में, वहां सम्बंधित टीम को चार सेकंड के अंदर बॉल फेंकना जरूरी है।

यूं बढ़ा प्रचलन

इस खेल की शुरुआत दक्षिणी अमेरिका के देश उरूग्वे में वर्ष 1930 में हुई। वहां इस खेल की शुरुआत का श्रेय जुआॅन कार्लोस सेरियानी को जाता है जिसने यह सोचकर इस खेल को चलाया कि वाईएमसीए के हॉस्टल में यह खेला जाए।

इन्हीं दिनों ब्राजील के साओपोलो शहर में कई जगह बास्केट बॉल के मैदानों में भी इसी प्रकार का खेल खेला जाने लगा। धीरे-धीरे इस खेल का प्रचलन पूरे दक्षिणी अमेरिका में हो गया। फलत: वर्ष 1936 में साओपोलो में इसके नियम बनाए गए।

वर्ष 1971 में इस खेल की व्यवस्था के लिए ‘इंटरनेशनल इंडोर फुटसाल फेडरेशन’ की स्थापना हुई जो पूरी दुनिया में फुटसाल एसोसिएशन के नाम से जानी जाती थी। वर्ष 1989 में विश्व फुटबॉल एसोसिएशन ने इसे अपने नियंत्रण में ले लिया। जैसे फुटबॉल की विश्व प्रतियोगिता हर चार साल बाद होती है उसी प्रकार से फुटसाल की प्रतियोगिता भी होने लगी।