Home Breaking हाईकोर्ट के डंडे के बाद सिरोही चिकित्सालय के लिए 21 चिकित्सकों के नियुक्ति आदेश

हाईकोर्ट के डंडे के बाद सिरोही चिकित्सालय के लिए 21 चिकित्सकों के नियुक्ति आदेश

0
हाईकोर्ट के डंडे के बाद सिरोही चिकित्सालय के लिए 21 चिकित्सकों के  नियुक्ति आदेश

2
सबगुरु न्यूज-सिरोही। संयम लोढ़ा की ओर से सिरोही जिला चिकित्सालय की बदहाली के लिए राजस्थान हाईकोर्ट में दायर की गई जनहित याचिका पर मिले निर्देशों के बाद सरकार ने सिरोही चिकित्सालय के लिए 21 चिकित्सकों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं।
लम्बे अर्से से सिरोही चिकित्सालय की स्थिति बदहाल थी। खुद चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ और प्रभारी मंत्री व विधायक ओटाराम देवासी के भी इसकी स्थिति मेंं सुधार करने में नाकाम रहे थे। सिरोही के लोगों को बेहतर चिकित्सा के लिए मारा-मारा फिरने व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को चिकित्सकों के अभााव में उपचार के लिए लाखों रुपये खर्च करने की पीड़ा झेलने का हवाला देते हुए संयम लोढ़ा ने राजस्थान हाईकोर्ट में जनङ्क्षहत याचिका दाखिल की।

इस पर राजस्थान हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को 2 मई तक सिरोही चिकित्सालय की स्थिति में सुधार करके रिपोर्ट हाईकोर्ट के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। एस पर रविवार को आदेश पालित करते हुए चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवा निदेशालय के निदेशक ने रविवार को ही सिरोही जिला चिकित्सालय में 21 चिकित्सकों की तैनाती के आदेश जारी किए हैं। इस प्रकरण की सोमवार को हाईकोर्ट में सुनवाई है।
-यह चिकित्सक किए नियुक्त
चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सेवा निदेशालय के निदेशक की ओर से रविवार को विशेषज्ञों के समेत सभी रिक्त पदों पर चिकित्सकों की नियुक्ति के आदेश पारित कर दिए गए हैं।

इसमें चर्म रोग विशेषज्ञ डा पूनम सैनी, चिकित्साधिकारी मेडिसिन डॉ सुरेश कुमार, चिकित्साधिकारी डॉ प्रीती खरबास, डॉ अनिता कंवरिया, डॉ मनीषा, वरिष्ठ विशेषज्ञ सर्जरी डॉ प्रेमराज पंवार, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डीए डॉ कांति कुमारी, चिकित्सा अधिकारी ईएनटी डॉ रामावतार दायमा, चिकित्साधिकारी डॉ विनोद कुमार गुर्जर, डॉ प्रीति लोढ़ा, डॉ जयप्रकाश, डॉ विशाल सैन, डॉ नरेन्द्रसिंह गुर्जर, डा रमेशचंद्र मीणा, डॉ महेशसिंह गौतम, डॉ मंजूदेवी, डॉ राशि अग्रवाल, डॉक भारतेन्दु दवे व डॉ धर्मेन्द्र जांगीड़ को रिक्त पदों पर सिरोही में स्थानांतरित किया है।
-आदेश तो पहले भी आए ज्वाइनिंग की समस्या
सिरोही जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की नियुक्ति के आदेश पहले भी आए हैं। लेकिन चिकित्सकों ने अपनी हठधर्मिता से यहां पर ज्वाइन नहीं किया। खुद चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने यहां आकर सिरेाही के लोगों से ट्रोमा सेंटर के उद्घाटन के दौरान जो वायदा किया था, उसे पूरा नहीं कर पाए। ऐसे में न्यायालय के आदेश के बाद भी इन चिकित्सकों के ज्वाइन नहीं करने की स्थिति को भी न्यायालय के सामने रखा गया।

वैसे हाल ही में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से किए गए बड़ राजनीतिक बदलाव के तहत ओटाराम देवासी की जगह चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ को सिरोही का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। संयम लोढ़ा की जनहित याचिका लगाने के बाद चिकित्सकों की नियुक्ति होने का क्रेडिट कम करने के लिए सोशल मीडिया पर यह भी चर्चा चलाई जा रही है कि चिकित्सा मंत्री के प्रभारी मंत्री बनने से सिरोही चिकित्सालय में सभी चिकित्सकों की नियुक्ति होगी।

लेकिन हाईकोर्ट में सुनवाई से एक दिन पहले राज्य सरकार की ओर से रविवार को सिरोही चिकित्सालय में चिकित्सकों की नियुक्ति के आदेश जारी करना यही दर्शाता है कि यह नियुक्ति हाईकोर्ट में अपना पक्ष मजबूत करने के लिए किया गया है न कि चिकित्सा मंत्री को सिरोही का प्रभारी मंत्री बनाने के लिए। यदि ऐसा करना होता तो चिकित्सा मंत्री के सिरोही ट्रोमा सेंटर के उदघाटन के दौरान किए गए वायदों के बाद सिरोही चिकित्सालय में कोई समस्या नहीं रहती और न ही रहती।
-इनका कहना है…
राज्य सरकार की ओर से 21 चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है। सोमवार को न्यायालय में पेशी है। चिकित्सकों के आदेशों के बाद भी ज्वाइनिंग नहीं करने के मामले को भी सोमवार को अधिवक्ता के माध्यम से न्यायालय के समक्ष रखवाउंगा।
संयम लोढ़ा
याचिकाकर्ता एवं पूर्व विधायक, सिरोही।