Home Breaking चुनाव आयोग का कांग्रेस के पक्ष में फैसला, दोनों विधायकों के वोट रद्द होंगे

चुनाव आयोग का कांग्रेस के पक्ष में फैसला, दोनों विधायकों के वोट रद्द होंगे

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चुनाव आयोग का कांग्रेस के पक्ष में फैसला, दोनों विधायकों के वोट रद्द होंगे

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने कांग्रेस के पक्ष में फैसला लिया है। कांग्रेस की मांग के मुताबिक दोनों विधायक राघव जी पटेल और भोला भाई गोहिल का वोट रद्द होगा। कांग्रेस का आरोप था कि दोनों विधायकों ने वोटिंग के दौरान बीजेपी के एजेंट को बैलट पेपर दिखाए थे।

चुनाव आयोग जल्द ही फैसले को अपने वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। फैसले को बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इस बीच चुनाव आयोग की ओर से साफ किया गया है कि आज ही वोटों की गिनती होगी।

चुनाव आयोग ने कांग्रेस के दो वोट निरस्त किए जाने की मांग स्वीकार कर ली है। कांग्रेस का आरोप है कि कांग्रेस के दो विधायकों ने अपना मतपत्र बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और भाजपा नेता स्मृति ईरानी को दिखाकर अपना मत बीजेपी को देने का दावा किया। इस वीडियो को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग का रूख किया। कांग्रेस की ओर से रणदीप सूरजेवाला, पी चिदंबरम और अन्य नेता आयोग पहुंचे।

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उधर, बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली, रविशंकर प्रसाद और पीयूष गोयल के नेतृत्व में चुनाव आयोग से मुलाकात करके जल्द मतगणना की मांग की है। कांग्रेस के आरोपों को बीजेपी निराधार बता रही है।

गुजरात में राज्यसभा सीट के लिए हुए चुनाव को लेकर कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को कहा कि चुनाव अधिकारी को कांग्रेस द्वारा दो विधायकों के मतों पर उठाए गए सवालों पर फैसला लेने का पूरा अधिकार हासिल है।

कानून मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने निर्वाचन आयोग के साथ पार्टी नेताओं की दूसरी मुलाकात के बाद कहा कि यह सब क्या है?

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कांग्रेस कह रही है कि निर्वाचन अधिकारी को कोई शक्ति हासिल नहीं है, पर्यवेक्षकों को कोई शक्ति हासिल नहीं है। हम इसकी निंदा करते हैं। उनका घर ढह रहा है। वे मुद्दे उठा रहे हैं, क्योंकि अपनी हार देख रहे हैं।

रविशंकर कांग्रेस नेता पी.चिदंबरम की इस बात का जवाब दे रहे थे कि निर्वाचन अधिकारी महज एक अधिकारी है, विवादित मतों को लेकर की गई शिकायत पर फैसला लेने का अधिकार संविधान के प्रावधानों में केवल निर्वाचन आयोग को हासिल है।

रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस पूर्व के मामलों की गलत व्याख्या कर भ्रम फैला रही है। कानून मंत्री ने कहा कि हम भ्रम की समाप्ति चाहते हैं। चुनाव खत्म हो चुका है। निर्वाचन आयोग में हमारी पूरी आस्था है। मतों की गणना अविलंब शुरू होनी चाहिए।