Home Sports Cricket धर्मशाला में भारत-पाक मैच पर संकट, शहीदों के परिवारजन विरोध पर अडिग

धर्मशाला में भारत-पाक मैच पर संकट, शहीदों के परिवारजन विरोध पर अडिग

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धर्मशाला में भारत-पाक मैच पर संकट, शहीदों के परिवारजन विरोध पर अडिग
ray of hope as anurag thakur meets cm virbhadra singh, latter budges hardliner stand
 ICC World T20 : families of martyrs steadfast in opposition the India-Pakistan match
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धर्मशाला। धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में 19 मार्च को प्रस्तावित टी-20 विश्वकप के भारत-पाक मै़च को लेकर संकट के बादल छंटते नजर नहीं आ रहे हैं।

इस मैच के खिलाफ पठानकोट और श्रीनगर हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों खुलेआम मोर्चा खोल दिया है। शहीदों के परिजनों ने मैच के विरोध में अनशन करने की व जरूरत पडऩे पर स्टेडियम की पिच तक खोद डालने की चेतावनी दी है।

शहीद अंकित थापा के परिजनों और धर्मशाला गोरखा एसोसिएशन ने मैच के विरोध प्रदर्शन कर क्रिकेट स्टेडियम की पिच खोदने की धमकी दे डाली है, वहीं दूसरी तरफ कांगड़ा के शाहपुर के शहीद संजीवन राणा के परिजनों ने मैच के विरोध में अनशन करने की चेतावनी दी है।

शहीद के परिवारजनों को नहीं मना पाई एचपीसीए

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर के बीच हुई मुलाकात के बाद भले ही मैच होने के आसार बनते नजर आए थे लेकिन शुक्रवार को एचपीसीए की ओर से शहीद परिवारों से मिलने की पहल भी काम नही आई है।

गौर हो कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ अनुराग ठाकुर की मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर शहीदों के परिवारजन मान जाते हैं तो  मैच को लेकर उन्हें कोई आपत्ति नही होगी।

इसी के चलते शुक्रवार को बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर के छोटे भाई एवं एचपीसीए सदस्य अरूण धूमल ने शाहपुर स्थित पठानकोट हमले में शहीद हुए संजीवन राणा के घर पंहुचकर उनके परिवारजनों से मुलाकात कर मैच को लेकर हो रहे विरोध को स्माप्त करने की बात रखी जिसे शहीद के परिवारजनों ने पूरी तरह से ठुकरा दिया।

बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान पहले अरूण धूमल ने शहीद के परिजनों के साथ शहीद संजीवन राणा की शहादत को लेकर दुख-दर्द साझा किया लेकिन बाद में जैसे ही भारत-पाक मैच को लेकर उनसे बात छेड़ी तो परिवारजनों ने दो टूक मैच को लेकर अपने विरोध को वापस लेने से मना कर दिया।

परिवारजनों का कहना था कि अगर पाकिस्तान की टीम आती है और मैच होता है तो ये शहीदों का अपमान होगा। क्रिकेट से उन्हें कोई गिला शिकवा नहीं है। बस, यहां मैच नहीं होना चाहिए।

एचपीसीए की लाख कोशिशों के बाद भी शहीद के परिजन नहीं माने हैं। उन्होंने कहा कि वह मैच का विरोध करेंगे। अगर फिर भी मैच हो जाता है तो वह क्या कर सकते हैं। इस मौके पर अरुण धूमल के साथ एचपीसीए के प्रशासनिक प्रबंधक कर्नल मिन्हास भी शहीदों को मनाने पहुंचे थे।

उल्लेखनीय है कि भारत-पाक मैच को लेकर पूर्व सैनिक लीग जोरदार विरोध कर रही है। मैच को लेकर मुख्यमंत्री और अनुराग ठाकुर के बीच हुई बैठक के बाद सरकार ने गेंद शहीदों के परिवारजनों के पाले में डाल दी हो लेकिन लीग के अध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया बार-बार इस मैच की जोरदार खिलाफत कर रहे हैं। उनके साथ-साथ कई और संगठन भी मैच का विरोध कर रहे हैं।

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