Home Rajasthan Bharatpur झुनझुनवाला समूह के देशभर के प्रतिष्ठानों पर आयकर के छापे

झुनझुनवाला समूह के देशभर के प्रतिष्ठानों पर आयकर के छापे

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झुनझुनवाला समूह के देशभर के प्रतिष्ठानों पर आयकर के छापे
Income Tax raids on LNJ Group across the country
Income Tax raids on LNJ Group across the country
Income Tax raids on LNJ Group across the country

जयपुर/भीलवाड़ा। मशहूर बीएसएल और मयूर सूटिंग्स ब्रांड के नाम से वस्त्र बनाने वाले एलएनजे (लक्ष्मी निवास झुनझुनवाला) समूह के भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, ऋषभदेव (उदयपुर) सहित देश के अन्य राज्यों हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश स्थित कारखानों, कार्यालयों और नोएडा स्थित कॉरपोरेट ऑफिस पर आयकर विभाग ने गुरूवार को एक साथ छापे मारे।

भीलवाड़ा शहर में गांधी नगर स्थित बीएसएल सूटिंग्स के दफ्तर तथा चित्तौडगढ रोड स्थित भीलवाड़ा प्रोसेसर्स, भीलवाड़ा सुल्जर (मण्डपम) और गुलाबपुरा के खारीग्राम क्षेत्र स्थित मयूर सूटिंग की उत्पादक कंपनी आरएसडब्ल्यूएम में सौ अधिक आयकर अधिकारियों ने एक साथ जांच शुरू की।

चारों स्थानों के मुख्य दरवाजों पर पुलिस का पहरा लगाया गया है तथा सभी कम्प्यूटर सीज़ कर दिए गए है। किसी भी कर्मचारी को बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है।

आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि समूह के देश भर स्थित कंपनी समूह के संचालकों के रिश्तेदारों को भी जांच के दायरे में लिया गया है।

नोएडा के अलावा कोलकता, जयपुर, ऋषभदेव, उदयपुर, हिमाचल प्रदेश में भी आयकर विभाग के अधिकारियों व कार्मिको के दल ने एक साथ छापे की कार्रवाई शुरू की है, जो दो-तीन दिन तक चलने की सम्भावना है।

भीलवाड़ा में एलएनजे भीलवाड़ा ग्रुप के चेयरमैन लक्ष्मी निवास झुनझुनवाला ने 1961 में पहला सिंथेटिक्स वस्त्र निर्माण कारखाना भीलवाड़ा सिंथेटिक्स लिमिटेड के नाम से खोला था। उसके बाद साठ सालों में प्रगति करते हुए वस्त्र के साथ धागा उत्पादन और डाईंग, प्रोसेसिंग और वूलन वर्स्टेड सूटिंग्स के निर्यात का बड़ा काम हाथ में लिया।

एलएनजे ग्रुप ने पावर जनरेशन, ग्रेफाइट इलेक्ट्रोड्स, स्टील, डेनिम वस्त्र तथा रेडीमेड ब्रांडेड क्लॉथ के कारखाने भी स्थापित किए हैं। भीलवाड़ा में कंपनी की सीईओ जे.सी.सोनी का मोबाइल बंद है इस कारण उनसे छापे की कार्यवाही के बारे में बयान नहीं मिल पाया है।

ग्रुप के एक उपाध्यक्ष कांग्रेस के बड़े नेता है और राज्य की पूर्व मंत्री बीना काक के दामाद हैं। इस समूह पर आयकर विभाग की इतनी बड़ी जांच पहली बार हुई है।