Home Delhi सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ के मामले घटे : राजनाथ सिंह

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ के मामले घटे : राजनाथ सिंह

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सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ के मामले घटे : राजनाथ सिंह
all Kashmiri are not terrorists : home minister Rajnath Singh
Infiltration from pak reduced after surgical strike says Rajnath Singh
Infiltration from pak reduced after surgical strike says Rajnath Singh

नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिह ने गुरुवार को कहा कि 2016 में सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद घुसपैठ के मामले घटे हैं।

राजनाथ ने बीएसएफ की 15वें प्रतिष्ठा समारोह में कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक (29 सितंबर) के बाद घुसपैठ के मामले घटे हैं। सेना ने पिछले साल सितंबर में नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिसमें दर्जनों आतंकवादी और उनके हमदर्द मारे गए थे।

बीएसएफ ने कहा कि 2016 में 130 बार घुसपैठ की कोशिश की गई जबकि इस साल अब तक घुसपैठ की 27 कोशिश की गई है।

राजनाथ ने बीएसएफ का सीमा से सटे क्षेत्रों में चौकसी बनाए रखने और हमेशा तत्पर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सीमा पर कड़ी निगरानी से जाली नोटों की आवाजाही में भी कमी आएगी।

उन्होंने सीमा पर तस्करी तथा जाली नोटों की तस्करी को रोकने में बीएसएफ की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि सीमा सुरक्षा के लिए व्यापक एकीकृत सीमा प्रबंध प्रणाली की जरूरत है।

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उन्होंने कहा कि शहीद हुए प्रत्येक जवान के परिवार वालों को मुआवजे के तौर पर एक करोड़ रुपये मिलने चाहिए और अगर ऐसा नहीं हो पा रहा हो तो अर्धसैनिक बलों के सभी महानिदेशक उनसे संपर्क करें।

राजनाथ ने बीएसएफ कर्मियों से कहा कि सोशल मीडिया पर प्रचारित हर चीज पर विश्वास नहीं करें। राजनाथ ने कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल अफवाहें फैलाने के लिए किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हमारे देश की एकता तथा अखंडता की सुरक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है।राजनाथ ने कुछ बीएसएफ जवानों के टोपी नहीं पहनने पर कहा कि हर किसी को अपनी पोशाक को लेकर चौकस रहना चाहिए।

अर्धसैनिक बलों व सेना में शामिल होने को तत्पर लोगों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि उनके दिमाग में देश की सेवा करने का जज्बा होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति में व्यक्तिगत आत्म-सम्मान के साथ-साथ राष्ट्रीय आत्म-सम्मान का होना बेहद अहम है और कोई भी व्यक्ति इससे समझौता नहीं करेगा। अगर कोई विदेशी शक्ति भारतीय सीमाओं पर शांति को भंग करने का प्रयास करे, तो राष्ट्रीय आत्म-सम्मान से कभी समझौता नहीं किया जा सकता है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि वह बीएसएफ को कोई आम संगठन नहीं, बल्कि सुरक्षा की पहली दीवार मानते हैं। बीएसएफ के नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए मंत्री ने कहा कि 35,000 सिपाहियों की पदोन्नति हेड कॉन्स्टेबल के रूप में की गई है।

उन्होंने कहा कि सीएपीएफ कर्मियों की शिकायतों के निबटारे के लिए हाल में जो पोर्टल लॉन्च किया गया है, उसकी निगरानी महीने में एक बार वह खुद करेंगे, ताकि हर शिकायत का समाधान सुनिश्चित हो सके।

राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि ‘भारत के वीर’ एक अन्य वेब पोर्टल तथा एक मोबाइल एप हाल में लॉन्च किया गया है, जिसका उद्देश्य कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान प्राणों की आहूति देने वाले जवानों के परिवारों को योगदान करने के इच्छुक दानकर्ताओं को सक्षम बनाना है।

गृह मंत्री ने प्रतिष्ठा समारोह के दौरान बीएसएफ के कर्मियों को शौर्य व सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक दिया। इस साल 29 पदक प्रदान किए गए। छठे एशिनय पारा साइक्लिंग चैंपियनशिप-2017 में कांस्य पदक जीतने वाले सिपाही हरिंदर सिंह को भी समारोह के दौरान सम्मानित किया गया।

इस मौके पर खुफिया ब्यूरो (आईबी) के प्रमुख राजीव जैन, बीएसफ के पूर्व महानिदेशक तथा वरिष्ठ अधिकारी तथा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।