Home Entertainment Bollywood फिल्म समीक्षा : काबिल यानी एक्शन, रोमांस और इमोशन का मसाला

फिल्म समीक्षा : काबिल यानी एक्शन, रोमांस और इमोशन का मसाला

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फिल्म समीक्षा : काबिल यानी एक्शन, रोमांस और इमोशन का मसाला
kaabil Movie Review : hritik roshan's underdog film can win against raees
kaabil Movie Review : hritik roshan's underdog film can win against raees
kaabil Movie Review : hritik roshan’s underdog film can win against raees

मुंबई। राकेश रोशन के बैनर में संजय गुप्ता के निर्देशन में बनी काबिल एक रिवेंज ड्रामा है, जिसमें एक्शन, रोमांस और इमोशन के मसालों को रखा गया है।

दो नेत्रहीन व्यक्तियों के रिश्तों की संवेदनाएं इस फिल्म के स्तर को कहीं और ले जाती है फिल्म का कथासार रोहन भटनागर (रितिक रोशन) डबिंग कलाकार है। उसकी मुलाकात सुप्रिया (यामी गौतम) से होती है। दोनों ही नेत्रहीन हैं, लेकिन जल्दी ही दोनों के बीच एक रिश्ता स्थापित हो जाता है, जो पहले प्यार और फिर शादी की दहलीज तक जा पंहुचता है।

इनकी लव स्टोरी में विलेन बनकर कारपोरेटर माधव शेल्लार (रोनित राय) और उसके भाई अमित शेल्लार (रोहित राय) आते हैं और उनकी वजह से सुप्रिया रोहन से दूर हो जाती है। यहीं से रोहन का रिवेंज ड्रामा शुरु होता है, जो क्लाइमेक्स पर पंहुचने तक रोमांच के शिखर को छू लेता है।

ये फिल्म सस्पेंस है, इसलिए कहानी को लेकर ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता। इस कहानी में इमोशन, एक्शन और ड्रामे का बराबर स्कोप था। नेत्रहीन किरदारों के साथ दर्शकों की सहानुभूति जल्दी से जुड़ जाती है और उनके मूवमेंट्स दिल से जुड़ते हैं, लेकिन ये कहानी बेहद छोटी थी, जिसको एक पूरी फिल्म बनाने के लिए जो विस्तार दिया जाना चाहिए था, वहां देखा जाए, तो कई मौकों पर ये कमजोर हो जाती है और यही बात बहुत अखरती है।

रोमांस से एक्शन की ओर फिल्म के मुड़ने का सफर जब रिवेंज ड्रामे पर पंहुचता है, तो थ्रिलर की पावर इसे किसी हद तक बचा लेती है। कलाकारों का अभिनय ये आउट एंड आउट रितिक रोशन की फिल्म है। उन्होंने फिर साबित किया है कि उनको अपनी पीढ़ी का इतना दमदार हीरो क्यों कहा जाता है।

एक्शन से लेकर इमोशन तक हर मामले में रितिक रोशन परदे को अपने नाम कर लेते हैं और हर सीन को अपनी परफार्मेंस में रंग देते हैं। इस लिहाज से इस फिल्म को रितिक के कैरिअर की बेस्ट फिल्मों में गिना जाएगा। यामी गौतम को इस फिल्म में बड़ा मौका मिला, जिसे उन्होंने नहीं गंवाया और ग्लैमर के साथ साथ परफारमेंस में भी अच्छा स्कोर करती हैं।

विलेन के रोल में राय भाई जंचे हैं। दोनों में रोनित राय ज्यादा बेहतर रहे हैं, लेकिन रोहित भी कम नहीं हैं निर्देशन संजय गुप्ता के निर्देशन की सबसे बड़ी कमजोरी रही है कि उनकी पर हॉलीवुड हमेशा हावी हो जाता है, जिसके चक्कर में वे फिल्म की आत्मा से खिलवाड़ करने में गुरेज नहीं करते। संजय गुप्ता अपनी इस कमजोरी को कभी दूर नहीं करना चाहते। ये उनकी कमजोरी इस फिल्म को भी कमजोर बनाने की कोशिश करती है।

अगर रितिक रोशन की पावरफुल परफारमेंस न होती, तो बतौर निर्देशक संजय गुप्ता एक बार फिर अपनी कमजोरी का इतिहास दोहराते। उनका जितना ध्यान एक्शन और तकनीक पर रहता है, उससे आधा ध्यान भी अगर वे कहानी और किरदारों पर रखें, तो उनकी कमजोरी दूर हो सकती है।

गीत-संगीत

राजेश रोशन हमेशा से अपने भाई राकेश रोशन की फिल्मों के लिए अपना बेस्ट म्यूजिक तैयार करते हैं। इस बार भी वे मायूस नहीं करते। अपनी ही फिल्म याराना का गाना- ये सारा जमान.. का रीमिक्स भी शानदार है। इसके अलावा दिल का क्या करे.. के जलवे भी शानदार हैं। मन अमोर.. भी परदे पर बेहतरीन लगता है। इस मामले में राजेश रोशन का संगीत बाजी मारने में सक्षम है।

तकनीकी पहलू

संजय गुप्ता की फिल्म है, तो इसमें हॉलीवुड का असर होना लाजिमी है। कैमरामैन से लेकर एडीटिंग तक पर ये असर साफ नजर आता है। वे इन पहलूओं पर ही ध्यान रखते हैं इसलिए तकनीकी पक्ष बेहतर बन जाते हैं।

फिल्म की सबसे बड़ी खूबी-

रितिक रोशन का जलवा। यामी का साथ और थ्रिल के मूवमेंट फिल्म की कमजोरी- संजय गुप्ता का कमजोर निर्देशन, कई मौकों पर धीमी गति और किरदारों की उलझनें बॉक्स आफिस- फिल्म का बजट 60 करोड़ बताया गया है। फिल्म को अपनी लागत वसूल करने में दिक्कत नहीं होगी। सौ करोड़ के क्लब में भी फिल्म को एंट्री में परेशानी नहीं होगी। इस फिल्म को चुनौती शाहरुख खान की रईस से है। पांच दिन का वीकंड दोनों ही फिल्मों के लिए फायदेमंद होगा। रविवार तक काबिल का बिजनेस 100 करोड़ को पार करना चाहिए

एक नजर में-

काबिल में रितिक रोशन की पावर है। उनकी पावरफुल परफारमेंस के अलावा रोमांस, एक्शन, थ्रिलर और क्राइम का सस्पेंस दर्शकों को खुश करने के लिए काफी मसाले समेटे हुए हैं। उनके फैंस निश्चित तौर पर इस फिल्म को देखकर खुशी से झूमेंगे।

मुख्य कलाकार- रितिक रोशन, यामी गौतम, रोनित राय, रोहित राय, नरेंद्र झा, शहीदुर्रहरमान, शाजी चौधरी, गिरिश कुलकर्णी, सुरेश मेनन अखिलेंद्र मिश्रा और उर्वशी राउतेला (सारा जमाना… )
बैनर- फिल्म क्राफ्ट प्रोडक्शंस
निर्माता- राकेश रोशन
निर्देशक- संजय गुप्ता
लेखक- विजय मिश्रा, संजय मासूम
कैमरामैन- आयांक बोस, सुदीप चटर्जी
एडीटर- अकीव अली एक्शन
डायरेक्टर- शाम कौशल
डांस डायरेक्टर- अहमद खान
गीतकार- मनोज मुंतशिर, कुमार, अानंद बख्शी, अंजान और नासिर फराज
संगीतकार- राजेश रोशन, गौरोव रोशीन
गायक- रफ्तार, पलक मुचल, पायल देव, जुबिन नौटियाल, विशाल डडलानी