Home Rajasthan Udaipur …..वो अब सब चक्की पीसेंगे, हम बेचेंगे दलिया

…..वो अब सब चक्की पीसेंगे, हम बेचेंगे दलिया

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…..वो अब सब चक्की पीसेंगे, हम बेचेंगे दलिया
सबगुरु न्युज उदयपुर। लायन्स क्लब अरावली व अरावली लायन्स चेरिटेबल ट्रस्ट के साझे में लोककला मण्डल के मुक्ताकाशी रंगमंच पर आयोजित हास्य कवि सम्मेलन में जहंा हास्य कवियों की रचानाओं से हास्य के ठहाके लगे तो वहीं अन्य कवियों द्वारा प्रस्तुत की गई देशभक्ति की रचानाआंे ने बाजूओं में जोश भर दिया। शृंगार रस की कवयित्री की रचना ने ऐसा रस घोला कि सभी उसमें खो गये।
हास्य कवि अरुण जेमिनी ने अपनी रचना में कहा यूपी के चुनाव परिणाम वाले दिन अखिलेश ने राहुल को फोन किया, लगता है हम बुरी तरह हार रहे है, तो हद है, राहुल बोला-तेरी तू जाने हमें तो आदत है…, कवि जबलपुर के सुदीप भोला ने रचना रामदेव गुस्से में बोले, कुछ बाबा थे छलिया, अब वो चक्की पीसेंगे, हम बेचंेगे दलिया… पेश की तो श्रोताओं के हंसी के फव्वारे छूट गये, कवि आशीष अनल ने अपनी रचना देश चाहता है अपनी संकल्प शक्ति ऐसी कर दो, इधर कन्हैया, उधर औवेसी की ऐसी की तैसी कर दो, गद्दारों की गद्दारी के सारे अंहकार तोड़ो, जो सैनिक पर पत्थर फेंके, उसको जिन्दा मत छोड़ो पर श्रोताओं ने जमकर तालियों की दाद दी, व्यंग्यकार मध्यप्रदेश के मुरैना के तेज नारायण शर्मा ने रचना इस लोकतंत्र का दुर्भाग्य देखिये, सूर्योदय लाने का वादा वे लोग कर रहे हैं, जिनका खुद का चुनाव चिह्न लालटेन है… पर जनता ने तालियों के साथ स्वागत किया।
कवियित्री हरियाणा की अम्बिका बालिया ने अपनी रचना किया जौहर जहां रानी ने देखो ये वो आगाज है, मिटे राणा भी अपनी आन पर से ही वो प्रांगण है, लगाना है तिलक माथे पे, तो घर साथ ले जाना, राजस्थान की माटी तो चंदन से भी पावन है, प्रस्तुत की तो श्रोताओं ने देर तक तालियां बजा कर रचना की प्रस्तुति पर दाद दी। मुबंई के चंदन राय ने चाह गुमनाम भी तो होती है और बदनाम भी तो होती है, रात सूरज से मिल नहीं पाती,बीच में शाम भी तो होती है… की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कुंभलगढ़ के वयोवृद्ध कवि माधव दरक ने मेवाड़ धरा पर रचित अपनी रचनाएं पेश कर सभी का दिल जीत लिया।
कवि एवं सूत्रधार राव अजातशत्रु ने अपनी रचना सरहद पर तैनात सिपाही और तिरंगा कहता है, सबसे पहले अपने दिल में हिन्दुस्तान जरूरी है। बलिदानों की अमर ज्योति में परवाने खो जाते हैं, खो जाते आंखों के तारे, मस्ताने सो जाते हैं, सो जाते हैं सरहद पर जांबाज सिपाही शेर अगर और अगर देश की बात चले तो दीवाने हो जाते हैं… ने श्रोताओं की बाजुओं में जोश भर दिया।
लायन्स क्लब अरावली की ओर से बेदला में निर्मित कराये गये वृद्धाश्रम के नियमित संचालन के लिए सहयोग स्वरूप आयोजित किये गये इस कवि सम्मेलन में समारोह में क्लब की ओर से नारी गौरव अंलकरण सम्मान श्रीमती दीपिका राठौड़ एवं रेणु बांठिया को दिया गया। शहर के अन्य प्रतिष्ठित नागरिकों संजीव शर्मा, राजेन्द्रप्रसाद गुप्ता, राकेश कुमार गुप्ता, जसवन्तसिंह मेवाड़ा, दीपिका राठौड़ को भामाशाह सम्मान तथा सिद्धार्थ मेहता, जी.एल.टांक, भंवरसिंह पंवार, मेहुल मेहता को मेवाड़ गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।
मुबंई के समाजसेवी नरेश लोढ़ा को प्रदान किये गये अभिनंदन पत्र का वाचन लायन डाॅ. किरण जैन ने कर उन्हें यह प्रदान किया। क्लब के वरिष्ठ सदस्य श्याम सिरोया ने प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी। प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष दीपक बोर्दिया ने प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत कर क्लब द्वारा आगामी समय में किये जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी।
कवि सम्मेलन के प्रेरणा पाथेय के रूप में गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया, युवा रत्न शिरोमणि मुबंई के नरेश लोढ़ा, मुख्य अतिथि कैलाश चन्द्र बोर्दिया तथा समारोह के अध्यक्ष के रूप में प्रन्यास चेयरमेन रवीन्द्र श्रीमाली का दिलीप सुराणा, सचिव भूपेन्द्र नागौरी, किरण जैन, श्याम सिरोया ने उपरना ओढ़ाकर, पगड़ी पहनाकर एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
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