Home Humor एक शहरी बालक ने राह चलते पहली बार..

एक शहरी बालक ने राह चलते पहली बार..

0
एक शहरी बालक ने राह चलते पहली बार..
Masterji is not able to understand how such a deep information has been done to them

एक शहरी बालक ने राह चलते पहली बार जेबरा देखा | तत्काल वो पिता की आस्तीन खींचता हुआ उत्तेजित स्वर में बोला – पापा , देखो जेल से भागा गधा |

टीचर – बताओ वह , कोनसा व्यक्ति है , जो एक ही समय मै पानी के उपर तथा नीचे रहकर चल सकता है ?

छात्र – सर वह व्यक्ति जब पानी से भरा घडा उठाए किसी दरिया के पुल पर से गुजर रहा हो |

रॉबर्ट ; बॉस मेरे तीन बच्चे हुऐ | इनको क्या नाम दूं ?

अजीत; एक का नाम पीटर ,दूसरे का नाम माइकल , और तीसरे का नाम चा लिंग चू |

रॉबर्ट; पर चा लिंग चू क्यों रखूं |

अजीत ; बेवकूफ ! दुनिया का हर तीसरा बच्चा चायनीज होता है |

बॉस के साथ एक आदमी ने धोखा किया |

बॉस ने रॉबर्ट से कहा – रॉबर्ट  इसे घूमने वाली कुर्सी पर बिठा दो , पता तो चले चक्कर क्या है |

शांति -परसों नगर के टॉप रेस्टोरेंट ब्लू हैवेन से तेईस लोग उठकर चले गए | जानती हो क्यों चले गए ?

संतोष -नहीं जानती क्यों चले गए ?

शांति – क्योंकि वो खाना खा चुके थे |

आपको यह खबर अच्छी लगे तो SHARE जरुर कीजिये और  FACEBOOK पर PAGE LIKE  कीजिए,  और खबरों के लिए पढते रहे Sabguru News और ख़ास VIDEO के लिए HOT NEWS UPDATE