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मंदसौर जाने से सिंधिया-हार्दिक को रोका, शिवराज बुधवार को जाएंगे

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मंदसौर जाने से सिंधिया-हार्दिक को रोका, शिवराज बुधवार को जाएंगे
Madhya Pradesh : hardik patel arrested while trying to enter violence hit mandsaur
Madhya Pradesh : hardik patel arrested while trying to enter violence hit mandsaur
Madhya Pradesh : hardik patel arrested while trying to enter violence hit mandsaur

भोपाल/नीमच/मंदसौर। मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में पुलिस की गोलीबारी में मारे गए किसानों के परिजनों से मिलने मंगलवार को जा रहे कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को रास्ते में ही रोक दिया गया, मगर मार्क्‍सवादी नेता हन्नान मुल्ला अखिल भारतीय किसान सभा का प्रतिनिधिमंडल लेकर पीड़ितों के गांव तक पहुंचने में कामयाब रहे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को मंदसौर जाएंगे। मंदसौर इन दिनों राजनीति का केंद्र बना हुआ है, तमाम बड़े नेता किसान आंदोलन के दौरान हुई गोलीबारी में मारे गए किसानों के परिवारों तक जाकर संवेदना व्यक्त करने के लिए जोर लगा रहे हैं, मगर उन्हें रोका जा रहा है, गिरफ्तार किया जा रहा है।

कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मंदसौर जाने के लिए निकले नेताओं को ढोढर नाके पर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने बताया कि सिंधिया, सांसद कांतिलाल भूरिया सहित कई कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार किया गया और बाद में रिहा कर दिया गया।

सिंधिया ने कहा कि मंदसौर में निषेधाज्ञा लागू है, इसका मतलब साफ है कि वहां शांति नहीं है। मैं अकेले जाना चाहता हूं, फिर भी पुलिस जाने नहीं दे रही है। भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उपवास इस आधार पर खत्म करते हैं कि प्रदेश में शांति हो गई है। इससे जाहिर होता है कि या तो यहां शांति नहीं है या शिवराज ने ढोंग किया है।

वहीं राजस्थान के उदयपुर से नीमच के रास्ते मंदसौर जाने निकले गुजरात के युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और उनके चार साथियों को नयागांव टोल प्लाजा पर गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, कुछ देर बाद उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। रिहाई के बाद पुलिस उन्हें राजस्थान की सीमा के भीतर छोड़ आई।

नीमच के पुलिस अधीक्षक टी़ के. विद्यार्थी ने बताया कि हार्दिक पटेल को नीमच आने की अनुमति नहीं दी गई थी। इसलिए उन्हें मध्यप्रदेश-राजस्थान की सीमा पर नयागांव टोल प्लाजा पर रोका गया। उनके काफिले में शामिल 20 गाड़ियों में लगभग 150 लोग सवार थे। पटेल और उनके चार साथियों को हिरासत में ले लिया गया, जबकि अन्य को पुलिस ने खदेड़ दिया।

विद्यार्थी के मुताबिक पटेल सहित पांचों को धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया और बाद में निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। पुलिस बल पटेल और उनके साथियों को राजस्थान की सीमा के भीतर छोड़कर आई।

पाटीदार नवनिर्माण सेना के राष्ट्रीय महासचिव अखिलेश कटियार के अनुसार हार्दिक पटेल उदयपुर से मंदसौर के लिए निकले थे। वह गोलीकांड में मारे गए किसानों के परिवार और किसान नेताओं से मिलने जा रहे थे।

इसी बीच अखिल भारतीय किसान सभा के हन्नान मुल्ला के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मंदसौर व नीमच के उन गांवों तक पहुंच गया, जहां के किसानों की 6 जून को पुलिस की गोली से मौत हुई थी।

उधर, आधिकारिक तौर पर जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को मंदसौर जाने वाले हैं। मुख्यमंत्री वहां पीड़ित परिवारों और अन्य किसानों से मिलेंगे। उनका उन गांवों में भी जाने का कार्यक्रम है, जिन गांवों के ग्रामीण पुलिस की कार्रवाई का शिकार बने। शिवराज 15 जून को भी मंदसौर में ही रहेंगे।

दूसरी ओर, किसानों की मांगों के समर्थन में कांग्रेस बुधवार से भोपाल के टीटी नगर स्थित दशहरा मैदान में 72 घंटे का सत्याग्रह शुरू करने जा रही है। इस सत्याग्रह में पार्टी के तमाम बड़े नेता हिस्सा लेने वाले हैं।

गौरतलब है कि राज्य में एक जून से 10 दिन तक चले किसान आंदोलन के दौरान छह जून को हिंसा के बीच मंदसौर में पुलिस की गोलीबारी से पांच और लाठीचार्ज में एक, यानी छह किसानों की मौत हो गई थी। किसानों का गुस्सा शांत करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज शनिवार को भेल दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे। किसानों और पार्टी नेताओं के आग्रह पर उन्होंने 28 घंटे बाद उपवास तोड़ दिया।