Home Breaking कैप्टन कूल महेन्द्र सिंह धोनी का जादू युवाओं के सिर चढ़कर बोला

कैप्टन कूल महेन्द्र सिंह धोनी का जादू युवाओं के सिर चढ़कर बोला

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कैप्टन कूल महेन्द्र सिंह धोनी का जादू युवाओं के सिर चढ़कर बोला
Mahendra Singh Dhoni visits varanasi, fans go crazy
Mahendra Singh Dhoni visits varanasi, fans go crazy
Mahendra Singh Dhoni visits varanasi, fans go crazy

वाराणसी। भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तान में शुमार महेंद्र सिंह धोनी (माही) की शहर में लगातार दूसरे दिन सोमवार को भी मौजूदगी बनी रही। उनका जादू युवाओं के सिर चढ़कर बोलता रहा।

हालंकि इस दौरान धोनी जहां बराबर खेल प्रेमियों और मीडिया से दूरी बनाए हुए थे। वहीं अपने नन्हें प्रशंसकों और खास लोगों से जमकर बातचीत करने के साथ सेल्फी भी खिचवाते रहे।

सोमवार दोपहर में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत एक महंगे और जाने— माने निजी पब्लिक स्कूल में पहुंचे। वहां नन्हें मुन्हें छात्रों और उनके अभिभावकों शिक्षको से मिलें। उनसे बातचीत के दौरान खेल के महत्व को बताया तथा बच्चों को खेल के मैदान में भी समय देने की बात कही।

कैप्टन कूल ने कहा कि बच्चे मैदान में खेलने के दौरान पसीना बहाएंगे तो पढ़ाई में भी अव्वल रहेंगे। तनाव पूर्ण क्षणों में क्रिकेट मैच के दौरान खुद को शान्त रखने से उर्जा मिलने की बात बतायी। उन्होंने कहा कि यही उर्जा (एनर्जी लेबल) उन्हें शान्त बनाता है।

छात्रों से सवाल जबाब के दौरान धोनी के चेहरे पर चिर परिचित मुस्कराहट थी। इस दौरान विद्यालय के छात्रों ने माही से पूछा, आपकी सफलता का राज क्या है? आप खुद को कैसे कूल रखते हैं? आप पढाई और खेल में कैसे तारतम्यता बनाते थे। इस पर माही ने बच्चों को बताया कि कूल रहना कितना जरूरी है। बच्चे उनके जबाब से खुश होकर जमकर तालिया बजाते रहे।

बच्चों से सवाल जबाब के दौरान धोनी दोस्त और अध्यापक भी भूमिका में भी रहे। अभिभावकों से कहा की बच्चों को आगे बढ़ाना है तो उन्हें मैदान में भेजें। पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद भी बहुत जरूरी है । रविवार की शाम शहर में आए धोनी ने महमूरगंज स्थित एक जिम में अपने प्रशंसकों के बीच बिताया। प्रशंसकों से बातें कीं, उनके साथ सेल्फी खिंचवाई और ऑटोग्राफ भी दिए।

उनकी एक झलक पाने को युवा परेशान रहेंं इसके पूर्व उन्होने रात आठ से नौ बजे तक पूरे एक घंटे तक जिम में कसरत की। इस दौरान उन्होंने स्ट्रेचिंग और वेट ट्रेनिंग के साथ साइकलिंग भी की। उनके साथ उनके म़ित्र अरुण पांडेयनरेश मित्तल, राजकुमार जायसवाल, विवेक मित्तल, विनय मित्तल आदि भी रहे।