Home Headlines मणिपुर विस के अंतिम चरण के चुनाव में 86 प्रतिशत मतदान

मणिपुर विस के अंतिम चरण के चुनाव में 86 प्रतिशत मतदान

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मणिपुर विस के अंतिम चरण के चुनाव में 86 प्रतिशत मतदान
Manipur Assembly election 2017
Manipur Assembly election 2017
Manipur Assembly election 2017

इंफाल। 11वीं मणिपुर विधानसभा के दूसरे और अंतिम चरण के मतदान में लगभग 86 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया है। हालांकि औपचारिक आंकड़े में अभी भी बदलाव की गुंजाइश बताई जा रही है। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2009 के बाद यह अब तक का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत है।

60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में दूसरे व अंतिम चरण के लिए 22 विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान हुआ। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विवेक कुमार देवांगन के अनुसार मतदान प्रतिशत के और ऊपर जाने की संभावना है क्योंकि कई मतदान केंद्रों की ईवीएम मशीनों को जमा करने का कार्य जारी है।

ज्ञात हो कि अंतिम आंकड़ों के मिलने के बाद मतदान प्रतिशत में और इजाफा की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तामेंगलेंग विधानसभा क्षेत्र के कुछ चुनाव केंद्रों के बाहर हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा।

चंदेल विधानसभा के कुछ पोलिंग बूथों स्थानों पर ईवीएम को नुकसान पहुंचाए जाने की खबरें मिली थी, जिन्हें तुरंत बदल दिया गया। घाटी के थौउबल और पर्वतीय उखरूल, चंदेल, तामेंलोंग और सेनापति जिलों के 22 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को सुबह 07 से शाम 03 बजे तक कुल 1151 मतादान केंद्रों पर मतदान हुआ।

वहीं पहले चरण का मतदान 38 सीटों के लिए 04 मार्च को हुआ था, जिसमें 86.50 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ था। माना जा रहा के दूसरे चरण में और अधिक मतदान प्रतिशत देखने को मिलेगा। सुरक्षा की दृष्टि से सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था।

विधानसभा क्षेत्र के अनुसार मतदान प्रतिशत क्रमश- चंदेल जिला- चंदेल- 74.49 प्रतिशत तेंगनोउपाल- 69.84 प्रतिशत ईस्ट इंफाल जिला- जिरिबाम- 70.70 प्रतिशत सेनापति जिला- कारोंग- 48.23 प्रतिशत माओ- 57.70 प्रतिशत तादुबी- 65. 30 प्रतिशत तामेंगलांग जिला- तामेई- 76.18 प्रतिशत तामेंगलांग- 67.60 प्रतिशत नुनगबा- 43.48 प्रतिशत मतदान रिकार्उ किया गया।

इसी तरह थौउबल जिला- लिलोंग- 74.58 प्रतिशत थौउबल- 73.57 प्रतिशत वांगखेम- 73.69 प्रतिशत हेइरोक- 79.64 प्रतिशत वांगजिंग तेनथा – 74.94 प्रतिशत खांगाबोक- 77.38 प्रतिशत वाबगाई- 77.74 प्रतिशत काकचिंग- 74.15 प्रतिशत हियांगलाम- 78.92 प्रतिशत सुगनू- 78.35 प्रतिशत उखरूल जिला- फुंग्यार- 79.98 प्रतिशत उखरूल- 60.53 प्रतिशत चिंगाई- 68.80 प्रतिशत रहा।

चुनाव कार्यालय ने पहली बार सभी उम्मीदवारों, मतदाताओं, सुरक्षा इंतजामों, वाहनों, शिकायतों आदि का त्वरित निपटान एवं उत्तरदायित्व की गतिविधियों को ऑनलाइन किया गया था। दूसरे चरण के चुनाव में कुल 1151 मतदान केंद्र बनाए गए थे। यूनाइटेड नागा काउंसिल (यूएनसी) द्वारा पिछले वर्ष एक नवम्बर से आर्थिक नाकेबंदी के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था।

मतदान को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए सभी 1151 मतदान केंद्रों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों का अनुमानत: 280 कंपनियों को तैनात किया गया था। वहीं पांच हेलीकाप्टरों को भी ऊंचाई और दूर्गम स्थानों के पोलिंग स्टेशनों पर सामान लाने व पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया गया है।

दूसरे चरण के मतदान में कई दिग्गजों की किस्मत दाव पर लगी है। जिसमें राज्य के तीन बार से मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह, मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम चानू शर्मिला, मुख्यमंत्री के पुत्र ओकरम सूरज कुमार एवं उप मुख्यमंत्री गाइखांगम, एमपीसीसी के अध्यक्ष टीएन हाओकीप आदि के नाम प्रमुख हैं।

मुख्यमंत्री की पत्नी में अपने बेटे के लिए इस बार अपनी सीट छोड़ दी। बतादें कि 22 सीटों के लिए चुनाव मैदान में कुल 98 उम्मीदवार ने अपनी दावेदारी पेश की थी। जिसमें भाजपा और कांग्रेस ने 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारें है। वहीं सीपीआई दो, टीएमसी छह, एनसीपी एक, क्षेत्रीय पार्टियों के कुल 12, निर्दलीय 24 उम्मीदवार हैं।

दूसरे चरण में चंदेल, ईस्ट इंफाल, सेनापति, तामेंगलांग, थौउबल और उखरूल जिलों में मतदान हुआ। ज्ञात हो कि पहले चरण का मतदान बीते 4 मार्च को 38 विधानसभा सीटों के लिए हुआ था। पहले चरण में 86.50 प्रतिशत रिकार्ड मतदान दर्ज किया गया था। मतगणना 11 मार्च को होगी।