मुंबई। दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने मैसेजिंग ऐप डेवलपर वैंड लैब्स का अधिग्रहण कर लिया है। खास बात यह है कि इस स्टार्ट अप की स्थापना आईआईटी दिल्ली के छात्र रहे विशाल शर्मा ने 2013 में की थी।
यह अधिग्रहण माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला के विजन के मद्देनजर किया गया है। नडेला ने इस साल मार्च में हुई कांफ्रेंस में हजारों वेब डेवलपरों से कहा था कि वह भविष्य में ऐसी तकनीक की कल्पना करते हैं जहां कंप्यूटर सॉफ्टवेयर मनुष्यों की भाषा सीख सकेंगे और लोगों से सहजता से बातचीत कर सकेंगे।
कैलिफोर्निया स्थित स्टार्ट अप वैंड लैब्स एप्स के लिए मैसेजिंग टेक्नोलॉजी विकसित करती है। माइक्रोसॉफ्ट के वीपी (कॉरपोरेट, इंफॉर्मेशन, इंफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म ग्रुप) डेविड कू ने कहा कि कंपनी ने अपनी स्थिति मजबूत करने के इरादे से इसका अधिग्रहण किया है।
कू ने गूगल में वीपी (प्रोडक्ट) रह चुके विशाल शर्मा की तारीफ करते हुए उन्हें ज्ञान व खोज के क्षेत्र में अनुभवी लीडर और उद्यमी बताया। फिलहाल माइक्रोसॉफ्ट की ओर से इस अधिग्रहण की शर्तों को उजागर नहीं किया गया है।