Home Gujarat Ahmedabad मोदी सरकार क्रोनी कैपिटलिज्म को बढ़ावा दे रही : राहुल गांधी

मोदी सरकार क्रोनी कैपिटलिज्म को बढ़ावा दे रही : राहुल गांधी

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मोदी सरकार क्रोनी कैपिटलिज्म को बढ़ावा दे रही : राहुल गांधी
Modi government promoting Koni capitalism: Rahul Gandhi
Modi government promoting Koni capitalism: Rahul Gandhi
Modi government promoting Koni capitalism: Rahul Gandhi

अहमदाबाद। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर मित्र पूंजीवाद (क्रोनी कैपिटलिज्म) को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि इसकी भारी कीमत छोटे और मझोले उद्यमों को चुकानी पड़ रही है।

गांधी ने अहमदाबाद के साबरमती रिवर फ्रंट पर पार्टी कार्यकर्ताओं की एक विशाल समूह को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात में किसानों पर कुल 36,000 करोड़ रुपए का कर्ज है, लेकिन टाटा नैनो को 0.01 फीसदी ब्याज दर पर 60,000 करोड़ रुपए का कर्ज दिया गया।

गांधी ने कहा कि क्या आपने गुजरात में कोई नैनो कार देखी? कितने युवाओं को वहां रोजगार मिले हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार मुट्ठी भर चुनिंदा कॉरपोरेट्स के लिए काम करती है, जिनकी संख्या लगभग 50 होगी।

पार्टी के एक कार्यकर्ता ने सवाल किया कि मीडिया भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में है। इस पर राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी के कोई छह-सात कॉरपोरेट मित्र पूरी मीडिया को नियंत्रित करते हैं।

उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं, जो किसानों, आदिवासियों, कामगारों और छोटे तथा मझोले स्तर के उद्यमियों की कमर तोड़ रहे हैं।

गांधी ने एक घंटे तक हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और उनसे सीधा संवाद स्थापित किया। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं द्वारा बारी-बारी से पूछे गए पांच सवालों के जवाब दिए।

इस दौरान राहुल के साथ पार्टी महासचिव अशोक गहलोत, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, पार्टी महासचिव मधुसूदन मिस्त्री और गुजरात कांग्रेस के प्रमुख भरतसिंह सोलंकी मौजूद थे।

जोरदार नारेबाजी और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच गांधी ने कहा कि इस बार गुजरात में कांग्रेस सरकार बनाएगी। इसे कोई रोक नहीं सकता। लोगों ने गुजरात मॉडल के खोखलेपन को देख लिया है। गुजरात में पिछले 22 सालों से भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है।

राहुल पार्टी के चुनाव अभियान में तेजी लाने के लिए एकदिवसीय गुजरात दौरे पर यहां आए हुए थे और उनका मुख्य जोर गुजरात में पार्टी संगठन को दोबारा मजबूत करना है।

इसके तहत हाल ही में 122 नए पदाधिकारी बनाए गए, जिसमें से चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं, जबकि राज्य में पार्टी के पूर्णकालिक अध्यक्ष पहले से ही हैं।

सभी क्षेत्रों से कार्यकर्ताओं को समायोजित करने के लिए चुनाव, उम्मीदवार चयन, अभियान और घोषणा पत्र पर समितियों का गठन किया गया है।