Home World Other World News उल्कापिंड ने दिए मंगल ग्रह पर जलाशय के संकेत

उल्कापिंड ने दिए मंगल ग्रह पर जलाशय के संकेत

0
mars water
new evidence for a mars water reservoir :NASA Science

वाशिंगटन। अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी और ग्रह वैज्ञानिकों को पृथ्वी के उल्कापिंडों में कुछ ऎसे सबूत मिले हैं, जो मंगल ग्रह की सतह के पास पानी या बर्फ से ढका जलाशय होने के संकेत देते हैं। इस खोज से इस सवाल का हल खोजने में मदद मिल सकती है कि मंगल ग्रह का पानी कहां गया।

जापान के टोक्यो इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी से अध्ययन के शीर्ष लेखक टोमोहिरा उसुई ने बताया कि पूर्व में किए गए मंगल ग्रह के उल्कापिंडों के अध्ययन में ग्रह पर तीसरा जलाशय होने के संकेत मिले थे, लेकिन हमारे नए ब्योरे दर्शाते हैं कि ग्रह पर पानी या बर्फ की मौजूदगी है और मंगल ग्रह के नमूनों से पता चलता है कि कुछ बड़े गड्ढे जलाशय में परिवर्तित हो गए।

अध्ययन के लिए टोक्यो इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हॉस्टन की लूनर एंड प्लानेटरी इंस्टीटयूट, वाशिंगटन के कारनेगी इंस्टीटयूट फॉर साइंस और नासा के एस्ट्रोमैटेरियल्स रिसर्च एंड एक्सप्लोरेशन सांइंस डिवीजन ने मंगल ग्रह के तीन उल्कापिंडों का अध्ययन किया।

नमूने बताते हैं कि मंगल ग्रह के प्रावरण और वर्तमान वातावरण से अलग, उल्कापिंड के नमूने के पानी में हाइड्रोजन अणुओं में समस्थानिक आनुपातिक मात्रा में मौजूद हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि जलाशय के विशिष्ट हाइड्रोजन समस्थानिक निशान पूरे आकार के हो सकते हैं।

नासा के मार्स क्यूरियासिटी रोवर टीम के सह-लेखक जॉन जोनस ने बताया कि वर्तमान वातावरण की हाइड्रोजन समस्थानिक बनावट, हाइड्रोजन के तेजी से हुए नुकसान में शामिल प्रक्रिया और बड़े पैमाने पर बर्फ की परत के उदात्तीकरण का परिणाम हो सकती है।

कारनेगी इंस्टीटयूट फॉर साइंस के कास्मोकेमिस्ट कोनेल अलेक्जेंडर ने बताया कि मंगल ग्रह से वापसी के नमूनों के अभाव में यह अध्ययन हमारी विश्£ेषण तकनीकों में सुधारों के साथ मंगल ग्रह के अन्य उल्कापिंड खोजने और लगातार अध्ययन की महत्ता पर जोर देता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here