भोपाल/गुना। राज्य सरकार द्वारा अध्यापकों के लिए तबादला नीति तैयार की जा रही है। अध्यापकों को तबादले अकादमिक प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे। यह नीति जनवरी 2017 में लागू की जाएगी।
समझा जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थ अध्यापकों को वहां रोके रखने के लिए ही सरकार तबादला नीति में यह शर्त जोड़ रही है।
नई तबादला नीति के अनुसार परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं का अच्छा प्रदर्शन अध्यापकों को मनमाफिक स्कूल में तबादला दिलाएगा, जबकि खराब प्रदर्शन वाले अध्यापकों का अव्वल तो तबादला ही नहीं होगा और किया भी जाएगा तो उन्हें किसी भी हाल में मनमाफिक स्कूल में पदस्थ नहीं किया जाएगा।
तबादला नीति में यह शर्त जुडऩे से जिले में बैठे अफसर यह तय कर सकेंगे कि किस अध्यापक को तबादला देना है और किसे नहीं। अध्यापकों द्वारा लंबे समय से आंदोलन किया जा रहा है। उनके हर आंदोलन में तबादला नीति का मुद्दा प्रमुख रहा है। इसे लेकर अध्यापकों का रोष भी सामने आ सकता है।
तबादले की प्रक्रिया होगी ऑनलाइन तबादलों में पारदर्शिता रखने के लिए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। हाल ही में तैयार सॉफ्टवेयर में नई शर्त के हिसाब से बदलाव कर दिया गया है। तबादला नीति घोषित होते ही सॉफ्टवेयर की सेवा शुरू हो जाएगी।
गुणवत्ता में काफी हद तक सुधार आ जाएगा इस मामले में डीईओ संजय श्रीवास्तव ने बताया कि सुनने में आ रहा है कि तबादला नीति में अकादमिक प्रदर्शन के आधार पर तबादला करने की शर्त रखी जा रही है। इस नियम से शैक्षणिक गुणवत्ता में काफी सुधार होगा।