Home Bihar जद (यू) 4 साल बाद फिर से राजग में शामिल

जद (यू) 4 साल बाद फिर से राजग में शामिल

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जद (यू) 4 साल बाद फिर से राजग में शामिल
Nitish Kumar led JD (U) passes resolution to join NDA
Nitish Kumar led JD (U) passes resolution to join NDA
Nitish Kumar led JD (U) passes resolution to join NDA

पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल होगी। इस संबंध में शनिवार को यहां हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया।

इस बीच पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पार्टी के किसी भी टूट की संभावना से इंकार करते हुए कहा कि कुछ लोग मीडिया में बने रहने के लिए ऐसा बोलते रहते हैं। उन्होंने कहा कि जद (यू) के लोग एकजुट हैं।

जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद आयोजित खुला अधिवेशन को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री और पार्टी के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि राजनीति तमाशा नहीं जनसेवा है। बिहार का जनादेश पिछलग्गू बनकर हर तरह के कुकर्मो का समर्थन करना नहीं था, बल्कि न्याय के साथ विकास का है।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद और पार्टी से बागी बने शरद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में महागठबंधन को जनादेश भ्रष्टाचार या परिवारवाद का समर्थन करने के लिए नहीं मिला था। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में जो हालत पैदा हो गए थे, उसमें 20 महीने तक सरकार चला दिया यह बड़ी बात है।

जद (यू) के टूट के किसी प्रकार की खबर को निराधार बताते हुए नीतीश ने कहा कि पार्टी में कहीं टूट नहीं है। सभी विधायक, विधानपार्षद राज्य समितियां साथ हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को चुनौती देते हुए कहा कि जिसे पार्टी तोड़ना है, तोड़ कर दिखाएं।

इसके पूर्व बिहार के मुख्यमंत्री आवास, एक अणे मार्ग में जद (यू) राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इस बैठक में जद (यू) के राजग में शामिल होने का फैसला किया गया।

बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार के आवास पर जद (यू) कार्यकारिणी की बैठक हुई, जहां औपचारिक रूप से राजग में शामिल होने का फैसला किया गया।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को सभी 15 राज्य इकाइयों, बिहार के 71 विधायकों, पार्टी के अधिकारियों का समर्थन प्राप्त है। शरद यादव को कांग्रेस और भ्रष्ट राजद गुमराह कर रही है, वे ही समांतर बैठक के लिए उनकी मदद कर रही है।

त्यागी ने कहा कि पार्टी विरोधी कार्यो में शामिल होने के बावजूद इस बैठक में पूर्व अध्यक्ष शरद यादव के खिलाफ कोई कार्रवाई करने का निर्णय नहीं लिया गया है। पार्टी ने इसे नजरअंदाज किया।

उन्होंने कहा कि शरद पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, उनके साथ मिलकर हमलोगों ने वर्षो तक काम किया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाइयां लड़ी हैं।

हालांकि उन्होंने शरद को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर 27 अगस्त को वे राजद की रैली में वर्तमान राजनीति के सबसे भ्रष्टाचारी माने जाने वाले लालू प्रसाद के साथ नजर आते हैं, तो वे लक्ष्मण रेखा पार कर जाएंगे। इसके बाद पार्टी कड़ी कार्रवाई करेगी।

पटना में आयोजित इस बैठक में जद (यू) के सभी आमंत्रित सदस्य शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि 17 वर्षो के बाद जून, 2013 में जद (यू) और भाजपा अलग हो गए थे। इसके बाद फिर से नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) राजग में शामिल हो गई।

इस बीच एक ओर जहां मुख्यमंत्री आवास पर जद (यू) कार्यकारिणी की बैठक हो रही थी, वहीं जद (यू) से बागी हुए पूर्व अध्यक्ष शरद यादव पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में समानांतर बैठक कर रहे थे। ‘जनअदालत’ के नाम के इस कार्यक्रम में शरद के समर्थकों ने भाग लिया।