Home World Asia News एलईटी, जेयूडी के साथ राजनीतिक गठजोड़ के लिए तैयार : परवेज मुशर्रफ

एलईटी, जेयूडी के साथ राजनीतिक गठजोड़ के लिए तैयार : परवेज मुशर्रफ

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एलईटी, जेयूडी के साथ राजनीतिक गठजोड़ के लिए तैयार : परवेज मुशर्रफ
Pervez Musharraf says he is open to forming political alliance with JuD and LeT
Pervez Musharraf says he is open to forming political alliance with JuD and LeT
Pervez Musharraf says he is open to forming political alliance with JuD and LeT

इस्लामाबाद। कुछ दिनों पहले आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का खुद को सबसे बड़ा समर्थक घोषित करने के बाद पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा कि वह आतंकवादी संगठन जमात-उद-दावा व इसके प्रमुख हाफिज सईद के साथ एक राजनीतिक गठजोड़ बनाने के लिए तैयार है। जमात-उद-दावा, लश्कर से ही संबद्ध संगठन है।

मुशर्रफ ने कहा कि अगर यह होना चाहिए तो यह जरूर होगा। हाल ही में अपने 23 पार्टियों के महागठबंधन घोषणा का जिक्र करते हुए पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख ने कहा कि अभी कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन यदि वे गठबंधन में शामिल होना चाहते हैं तो मैं उनका स्वागत करूंगा।

मुशर्रफ ने पहले कहा था कि मैं एलईटी का सबसे बड़ा समर्थक हूं और मैं जानता हूं कि वे मुझे पसंद करते हैं और जेयूडी भी मुझे पसंद करता है। उन्होंने सईद को पसंद करने की भी बात भी कही थी जिसे 2008 के मुंबई आतंकी हमले का जिम्मेदार माना जाता है।

प्रतिबंधित आतंकी समूहों के पक्ष में दिए बयान से देश के बारे में संभावित अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं के बारे में पूछे जाने पर मुशर्रफ ने कहा कि यह हमारा देश है। हम देश के आतंरिक हालात व यहां रह रहे लोगों से वाकिफ हैं, जानते हैं कि वे अच्छे हैं या बुरे।

उन्होंने कहा कि मैंने हाफिज सईद के बारे में बात की और मैं यह गर्व से कहूंगा कि एलईटी व जेयूडी, दोनों पाकिस्तान के लिए बहुत अच्छे संगठन हैं।

उन्होंने कहा कि साल 2005 में मैंने देखा कि वे बेहतरीन इंजीनियर हैं। उन्होंने इस्लामाबाद में भूकंप के समय बेहतरीन कार्य किया। वे अल कायदा या तालिबान के पक्ष में नहीं हैं। हम उन्हें दीवार की तरफ क्यों धकेल रहे हैं? मुशर्रफ ने कहा कि वे आतंकवादी नहीं हैं और हमें यह अमरीका व दुनिया से कहना चाहिए।

मुशर्रफ की यह हालिया टिप्पणी 24 नवंबर को सईद पर से नजरबंदी के हटने के बाद आई है। सईद की आतंकवादी गतिविधियों के लिए अमरीका ने उसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा हुआ है।