Home Breaking प्रधानमंत्री ने कहा, दिल्ली की संसद जितना है गांव की संसद का महत्व

प्रधानमंत्री ने कहा, दिल्ली की संसद जितना है गांव की संसद का महत्व

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प्रधानमंत्री ने कहा, दिल्ली की संसद जितना है गांव की संसद का महत्व

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जमशेदपुर। पंचायतराज दिवस पर रविवार को आयोजित राष्ट्रीय पंचायतराज सम्मेलन को लाइव प्रसारण के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जितना महत्व देश की सबसे बड़ी पंचायत संसद का है, उतना ही महत्व मेरे गांव की संसद का है। पंचायती राज ग्रामीण व्यवस्था एक ढांचा है।
मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी कहते थे कि भारत गांव में बसता है, लेकिन हम देख सकते हैं कि शहर और ग्राम के बीच दूरी बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने जमशेदपुर एक पावर प्लांट का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली ही देश है, इस भ्रम से बाहर आना चाहिए। सामान्य रूप से पंचायती राज दिवस दिल्ली के विज्ञान भवन में हुआ करता था, कुछ प्रतिनिधि आते थे, यही परंपरा चलती थी। उन्होंने कहा कि हमने आकर प्रयास किया कि देश बहुत बड़ा है, दिल्ली ही देश है, इस भ्रम से बाहर आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश की 2 लाख 58 हजार ग्राम सभाओं को जमशेदपुर से लाइव प्रसारण के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि इस सभा में देशभर से करीब 3 हजार पंचायत प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद जताई जा रही है। इसका मकसद देश भर में पंचायती राज और ग्रामीण विकास जैसे मुद्दों को मजबूती प्रदान करना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांव को आगे बढ़ाने का माहौल पैदा हुआ है। ग्राम उदय से भारत उदय अभियान के प्रति केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है। देश के अलग-अलग हिस्सों ने विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने गांवों के प्रतिनिधियों से ग्रामोदय का संकल्प लेने का आह्वान किया।
मोदी ने कहा कि 40 प्रतिशत महिलाएं पंचायतों में बड़ा निर्णय ले सकती हैं। महिला जनप्रतिनिधि कुपोषण को दूर करने का संकल्प लें। गांव के बच्चों को कुपोषण का शिकार होने से बचाना होगा। कुपोषण और गरीबी से होने वाली गर्भवती महिलाओं की मौत पर रोक लगनी चाहिए। यदि गांव के बच्चे स्कूल नहीं जा पाते, तो यह पंचायत सदस्यों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। खुले में शौच करना सबसे बड़ी शर्मिंदगी है। गावों के विकास के लिए ग्राम सभा के विकास पर बल देना जरूरी है। किसानों के विकास से गांव की खुशहाली जुड़ी है।
प्रधानमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से आधुनिक खेती करने और पानी बचाने के लिए सक्रिय होने की अपील की। जन प्रतिनिधि पूर्ण टीकाकरण का संकल्प लें। साथ ही योजनाओं को लागू करने के लिए ग्राम पंचायत आगे आए। योजनाओं के पैसे का सही तरह से उपयोग कर गांवों को बदला जा सकता है। उन्होंने गांव से जुड़ने के लिए कार्यक्रम बनाने और गांव का जन्मदिन मनाने को भी कहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने बजट में ग्राम विकास पर ध्यान केंद्रित किया, ग्रामीणों ने हम पर भरोसा जताया है। पांच साल में गांवों के लिए कुछ यादगार करके जाऊंगा।