Home Breaking बेटी की सहेली से रेप के आरोपी पूर्व मंत्री को गुरदासपुर में समर्पण का निर्देश

बेटी की सहेली से रेप के आरोपी पूर्व मंत्री को गुरदासपुर में समर्पण का निर्देश

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बेटी की सहेली से रेप के आरोपी पूर्व मंत्री को गुरदासपुर में समर्पण का निर्देश
Rape accused ex Punjab minister Sucha Singh Langah surrenders
Rape accused ex Punjab minister Sucha Singh Langah surrenders
Rape accused ex Punjab minister Sucha Singh Langah surrenders

चंडीगढ़। पंजाब की एक स्थानीय अदालत ने सोमवार को रेप के आरोपी पंजाब के पूर्व मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह के समर्पण को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और उसे पंजाब के गुरदासपुर शहर में जाने का निर्देश दिया जहां उसके खिलाफ रेप व धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। सुच्चा सिंह लंगाह शिरोमणि अकाली दल (शिअद) से पूर्व में मंत्री रहे हैं।

तीन दिनों तक अंडरग्राउड रहने के बाद दुष्कर्म के आरोपी पूर्व मंत्री ने नाटकीय रूप से जिला व सत्र न्यायालय में सोमवार को समर्पण किया, लेकिन ड्यूटी मजिस्ट्रेट हिरदेजीत सिंह ने उसके समर्पण को अस्वीकार कर दिया और उसे गुरदासपुर में जाकर समर्पण करने को कहा।

गौरतलब है कि पंजाब पुलिस अदालत परिसर में उसकी गिरफ्तारी करने के लिए नहीं पहुंची, लंगाह अदालत परिसर में कुछ घंटे रहे। पंजाब पुलिस दावा कर रही थी कि वह बीते तीन दिनों से पूरे पंजाब में लंगाह की गिरफ्तारी के लिए छापे मार रही थी।

पूर्व मंत्री अपने वकील व कुछ सहयोगियों के साथ अदालत परिसर में समर्पण करने पहुंचे थे, चूंकि अदालत परिसर सोमवार को गांधी जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश होने की वजह से बंद था, इसलिए वह ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश हुए।

शिरोमणि अकाली दल के नेता लंगाह के खिलाफ पंजाब पुलिस के सर्तकता विभाग की महिला कर्मचारी की शिकायत पर शुक्रवार को गुरदासपुर में मामला दर्ज किया गया था। पीड़िता का कहना है कि लंगाह जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ वर्ष 2009 से ही दुष्कर्म करता रहा।

पीड़ित महिला विधवा है और कॉलेज में लंगाह की बेटी की सहपाठी थी। लंगाह शुक्रवार से अंडरग्राउंड थे और वह अपने वादे के अनुसार गुरदासपुर और पठानकोट में आत्मसमर्पण नहीं कर सके। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए पंजाब में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की थी।

पूर्व मंत्री को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (दुष्कर्म), 384 (उगाही), 420 (धोखाधड़ी) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत गुरदासपुर पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया।

लंगाह शिअद कोर समिति के सदस्य और पार्टी की गुरदासपुर जिला इकाई के अध्यक्ष थे। उन्होंने शुक्रवार को पार्टी के सभी पदों से और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की सदस्यता से इस्तीफे का ऐलान किया था।

उन्होंने कहा था कि मेरा न्यायपालिका में पूरा विश्वास है। इसलिए मैं कानून की प्रक्रिया के तहत कल (शनिवार) अदालत में समर्पण करूंगा। मेरा दृढ़ विश्वास है कि सच्चाई सामने आएगी और मेरे साथ इंसाफ होगा।

एसएडी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि लंगाह ने आत्मसमर्पण करने के लिए इस्तीफा दे दिया है। लंगाह ने 11 अक्टूबर को गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव से पहले इस मामले को राजनीतिक भावना से प्रेरित बताया।

शिअद और गठबंधन सहयोगी भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने इस मामले में लंगाह का बचाव करते हुए कहा कि पंजाब में उपचुनाव से पहले इस मामले को कांग्रेस ने हवा दी है। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने दुष्कर्म मामले में प्रतिशोध की राजनीति के आरोपों को खारिज किया है।