Home Business RIL का मुनाफा 40 सालों में 10,000 गुणा बढ़ा : मुकेश अंबानी

RIL का मुनाफा 40 सालों में 10,000 गुणा बढ़ा : मुकेश अंबानी

0
RIL का मुनाफा 40 सालों में 10,000 गुणा बढ़ा : मुकेश अंबानी
RIL net profit jumped 10000 fold in 40 years : Mukesh Ambani
RIL net profit jumped 10000 fold in 40 years : Mukesh Ambani
RIL net profit jumped 10000 fold in 40 years : Mukesh Ambani

मुंबई। अपने पिता धीरुभाई अंबानी द्वारा 1977 में स्थापित रिलायंस इंडस्ट्रीज की लंबी यात्रा के बारे में बात करते हुए कंपनी के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने शुक्रवार को कहा कि इस अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ सूचकांक 10,000 गुणा बढ़ गया है।

अंबानी ने कंपनी की 40वीं आम सभा में शेयरधारकों को बताया कि एक कपड़ा स्टार्ट अप कंपनी के रूप में शुरुआत करने वाली रिलांयस इंडस्ट्रीज का मुनाफा इस लंबी अवधि में 3 करोड़ रुपये से बढ़कर 30,000 करोड़ रुपए हो चुका है।

उन्होंने कहा कि आरआईएल का बाजार पूंजीकरण 1977 में 10 करोड़ रुपये था, जोकि अब 5 लाख करोड़ रुपए है, जिसकी वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) 32 फीसदी रही है।

अंबानी ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज में साल 1977 में किया गया हरेक 1,000 रुपए का निवेश आज 16.5 लाख रुपए की कीमत का हो चुका है। आसान शब्दों में कहे तो कंपनी के शेयरधारकों की रकम पिछले 40 साल से हर ढाई साल में दोगुनी हुई है।

मुफ्त मिलेगा RIL का JioPhone, 24 अगस्त से प्री-बुकिंग
रिलायंस जियो फोन के आते ही एयरटेल, आइडिया के शेयर गिरे
फ्री इंटरनेट के बाद अब रिलायंस Jio देगा फ्री JioPhone

आरआईएल के अध्यक्ष ने शेयरधारकों से कहा कि आरआईएल ने पिछले साल देश में जियो मोबाइल फोन का नेटवर्क सफलतापूर्वक लांच किया था। कंपनी का कारोबार 1977 में 70 करोड़ रुपए था, जो वर्तमान में बढ़कर 3.3 लाख करोड़ रुपए हो चुका है। इसमें 4,700 गुणा की वृद्धि हुई है।

अंबानी ने कहा कि साल 1977 में कंपनी में कुल 3,500 कर्मचारी थे जो आज बढ़कर दुनियाभर में 2,50,000 हो गए हैं।

आम सभा में कंपनी ने शेयरधारकों के लिए 1 अनुपात 1 में बोनस शेयर देने की घोषणा की, जिसके तरत हरेक शेयरधारक को एक शेयर पर एक शेयर मुफ्त दिए जाएंगे।

आरआईएल ने गुरुवार को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा की थी, जिसमें मुनाफे में 9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।

जून में खत्म हुई तिमाही में कंपनी का मुनाफा 8,196 करोड़ रुपए रहा, जिसमें पेट्रोकेमिकल व्यापार के उच्च मार्जिन और गल्फ अफ्रीका पेट्रो की हिस्सेदारी बेचने का मुनाफे में प्रमुख योगदान रहा। कंपनी ने एक साल पहले की अप्रेल-जून तिमाही में कुल 7,548 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था।