अलवर/जयपुर। राजस्थान में अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बुधवार को बताया कि पुलिस ने पिपरौली गांव थाना रामगढ़ निवासी वसीम मेव (24), साकिर मेव (28), खालिद मेव (25) और राजेश जाटव (30) को गिरफ्तार करके एक क्रेटा कार, एक स्विफ्ट कार, पांच एंड्रॉयड मोबाइल फोन, दो स्कैनर, पांच पैन कार्ड, दो स्वीप मशीन, दो बैंक पासबुक, 18 एटीएम कार्ड, छह चेक बुक और 71 हजार 670 रुपए नगद सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
अनुमान है कि यह गिरोह रोजाना लाखों रुपए का लेनदेन करता था। यह गिरोह एक फर्जी वेबसाइट के माध्यम से करोड़ों रुपये का ऑनलाइन सट्टा और लूडो गेम खिला रहा था।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को मिली गुप्त सूचना के आधार पर रामगढ़ के पिपरोली गांव में छापेमारी की गई। जांच में सामने आया कि ये आरोपी लोगों को ऑनलाइन कमाई का झांसा देकर अपनी बनाई गई फर्जी वेबसाइट पर सट्टा और लूडो गेम खेलने के लिए पैसे जमा करवाते थे।
ठगी से मिली रकम को अलग-अलग बैंक खातों से जुड़े यूपीआई में डलवाया जाता था। इस अवैध राशि को वैध बनाने के लिए वे इसे जीएसटी पंजीकृत खातों में स्थानांतरित करते थे। जब एक खाते की सीमा पूरी हो जाती थी तो वे कमीशन के आधार पर अन्य फर्मों के जीएसटी पंजीकृत खातों का उपयोग करते थे।
नैन ने बताया कि आरोपियों ने एक ऐसी वेबसाइट बना रखी थी जिस पर सट्टेबाजी के कारण प्रतिदिन भारी मात्रा में लेनदेन होता था। वे लोगों के बैंक अकाउंट किराए पर लेकर उनमें पैसा डलवाते थे और बदले में खाताधारकों को कमीशन देते थे। यह पैसा फिर उनकी दो फर्जी संस्थानों के जीएसटी पंजीकृत खातों में स्थानांतरित कर दिया जाता था।
उन्होंने बताया कि हालांकि जब कोई व्यक्ति सट्टे में बड़ी राशि जीत जाता था तो उसे भुगतान नहीं किया जाता था। वेबसाइट के एडमिन की जानकारी न होने के कारण पीड़ित अपने पैसे वापस नहीं ले पाते थे। साथ ही सट्टे जैसी अवैध गतिविधि में संलिप्तता के कारण वे पुलिस में शिकायत करने से भी डरते थे।
दो मोटर साइकिल गिरोहों के दो चोर गिरफ्तार
अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में पुलिस ने बुधवार को मोटर साइकिल गिरोह के दो और चोरों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में चौथाराम अपनी बेटी का प्रवेश कराने स्कूल आए थे। उन्होंने अपनी मोटर साइकिल विद्यालय परिसर में खड़ी की थी। कुछ देर बाद लौटने पर मोटर साइकिल नदारद मिली। बाद में चोरों ने उनको फोन करके 10 हजार रुपए में मोटर साइकिल वापस करने की पेशकश की।
पुलिस ने बताया कि मना करने पर चोरों ने मोटर साइकिल को कहीं और बेच दिया। इस मामले में पुलिस पहले ही जुबेर और अशरू को गिरफ्तार कर चुकी थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दबिश देकर फरार दो और आरोपियों खोजा सिंह और जोगिंदर को पकड़ा। सभी आरोपियों के खिलाफ पहले से कई थानों में मोटर साइकिल चोरी के मामले दर्ज हैं।