एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम को लेकर भय फैला रही है पेट्रोलियम लॉबी : नितिन गडकरी

नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि पेट्रोलियम लॉबी पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण 20 प्रतिशत करने के मुद्दे पर लोगों के मन में डर पैदा कर रही है।

उन्होंने एक मीडिया समूह के परिचर्चा कार्यक्रम के एक सत्र में कहा कि एथेनॉल मिले पेट्रोल से वाहन के माइलेज में थोड़ी कमी आ जाती है, पर इससे वाहन को नुकसान होने जैसी बात नहीं है। मंत्री ने कहा कि ब्राजील जैसे कई देशों में तो 100 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग हो रही है। भारत में 27 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण का परीक्षण चल रहा है, लेकिन इसे लागू करने का अभी कोई समय तय नहीं है।

गडकरी ने कहा कि एथेनॉल20 के मुद्दे को “पेट्रोलियम लॉबी गलत ढंग से पेश कर रही है। यह बात सही है कि ई20 से वाहन का औसत माइलेज कुछ कम हो जाता है, पर क्या हम खनिज ईंधन से होने वाले प्रदूषण और ईंधन आयात पर अपना खर्च कम नहीं करना चाहते जो 22 लाख करोड़ रुपए का है।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इस बात की चिंता फैलाई जा रही है कि सरकार के ई20 शुरू करने से वाहनों को नुकसान हो रहा है, पर ईंधन खर्च में कोई कमी नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि एथेनॉल मिश्रण पर पुणे की ऑटोमोटिव अनुसंधान एसोसिएशन (एआरएआई) अनुसंधान करती है और रिपोर्ट देती है। उससे पहले सरकार कोई फैसला नहीं करती।

गडकरी ने कहा कि देश में चावल, मक्का और गेहूं इफरात में है। एथेनॉल कार्यक्रम के चलते मक्के का भाव 1,200 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़कर 2,600 रुपए तक पहुंच गया है।

उन्होंने कहा कि अभी सड़क निर्माण का औसत 38 किमी प्रति दिन है जिसे 100 किमी तक पहुंचाने का लक्ष्य है। चालू वित्त वर्ष में 2.5 लाख करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाओं का ठेका दिया जा चुका है और आशा है यह मार्च के अंत तक 10 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा।