हनुमानगढ़। राजस्थान में हनुमानगढ़ जिले में पुलिस पर हमला, सरकारी कार्य में बाधा डालने, संपत्ति की तोड़फोड़ करने और जाति सूचक गालियां देने के आरोप में दो महिलाओं सहित चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने बुधवार को बताया कि आरोपियों ने पुलिस दल को बंधक बनाकर मारपीट की तथा सरकारी वाहन एवं मोबाइल फोन को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने बताया कि घटना हनुमानगढ़ टाउन थाना क्षेत्र की दूध वाली ढाणी में कल देर रात घटी।
जिला विशेष दल (डीएसटी) के प्रभारी पुलिस उप निरीक्षक सुशील कुमार की अगुवाई में पुलिस दल को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दूध वाली ढाणी प्रवीण उर्फ प्रमोद अवैध रूप से शराब बेचने का काम करता है और वह अपने खेत के आसपास शराब बेच रहा है।
इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए कल रात पुलिस टीम प्रमोद के खेत के पास पहुंची। जब पुलिस दल ने प्रमोद से पूछताछ शुरू की, उसके परिवार के सदस्य और कुछ अन्य लोग इकट्ठे हो गए। उन्होंने पुलिस दल पर हमला कर दिया। उनसे मारपीट करके पुलिस दल को एक कमरे में बंद कर दिया।
हरिशंकर ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय से पुलिस उपाधीक्षक मीनाक्षी सहारण के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा गया। पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर बंधक बनाए गए पुलिस उप निरीक्षक सुशील कुमार और उनके दल को मुक्त कराया।
इसके बाद देर रात आरोपियों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, जाति सूचक गालियां देने और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज करके चार मुख्य आरोपियों महावीर जाट, राजेंद्र जाट, अनीता जाट और प्रिया को गिरफ्तार कर लिया गया। शेष आरोपियों की तलाश जारी है।
हर्ष गोलीबारी का पुराना वीडियो वायरल होने पर मामला दर्ज
हनुमानगढ़ जिले के गोगामेड़ी थाना क्षेत्र में एक पुराना हर्ष गोलीबारी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी अधिराज सिंह राजपूत के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो 27 अक्टूबर 2024 का है, जो आरोपी के घर पर आयोजित एक समारोह का हिस्सा था। पिछले एक-दो दिनों में यह वीडियो वाट्सएप ग्रुप्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बड़ी तेजी से फैला। पुलिस को यह वीडियो मंगलवार को प्राप्त हुआ।
पुलिस ने बताया कि अधिराजसिंह राजपूत ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से गोली चलाई थी। यह घटना उनके घर में बच्चे के जन्म के बाद नामकरण समारोह के दौरान हुई थी। समारोह में मौजूद किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था, जो अब जाकर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।



