काशी, उज्जैन और कुरुक्षेत्र की तर्ज पर होगा तीर्थराज पुष्कर का विकास

पुष्कर। तीर्थनगरी पुष्कर में फियोर दी लोटो फाउंडेशन के शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प के साथ 185 महिलाओं को सिलाई मशीन वितरित की गई साथ ही पारितोषिक प्रदान किए गए।

कार्यक्रम में केंद्रीय संसदीय एवं संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल, सांसद भागीरथ चौधरी व विधायक सुरेश सिंह रावत ने शिरकत की। इस मौके पर विधायक रावत ने केंद्रीय मंत्री मेघवाल को तीर्थनगरी पुष्कर को काशी, उज्जैन महाकाल और कुरुक्षेत्र की तर्ज पर कॉरिडोर के रूप में विकसित करने का मांग पत्र सौंपा।

विधायक रावत ने पत्र में कहा कि पुष्कर आदि-अनादि काल से सभी तीर्थो का गुरू माना जाता हैं। हमारी पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह शहर जगतपिता ब्रह्माजी की नगरी हैं और वेदान्तर काल से जन्मबंधन से मुक्त होने के बाद हिन्दु मानव देह की अस्थियां और पिण्डदान यही करने पर आत्मा को परमशांति की प्राप्ति होती हैं। साथ ही इस नगरी में वैवाहिक बंधन में बंधने को भी सुखद दाम्पत्य जीवन की मान्यताएं हैं।

अतः तप, हवन, यज्ञ और दान का भी श्रेष्ठ फल प्रदान करने वाली, हजारों मंदिरों वाली और मानव जन्म से लेकर चिरकाल परमशांति के प्राप्ति के महत्व को धारण करने वाली इस तीर्थनगरी पुष्कर का विकास भी काशी, उज्जैन और कुरूक्षेत्र की तर्ज पर करने व पुष्कर शहर को टैम्पल सिटी के रूप में विकसित करने के लिए काशी और महाकाल मंदिर की तर्ज पर भव्य कॉरिडार, 500 वाहनों की लिफ्ट से युक्त मल्टीस्टोरी पार्किंग, 50 साल के मास्टर प्लान पर फोकस करते हुए सीवरेज लाईन, बनारस के घाटों की तरह पुष्कर से सभी 52 घाट एकरूपी, बनारस घाटों वाले ही पत्थर, 84 और 24 कोसी परिक्रमा क्षेत्र की सडकों का चौडीकरण व सौन्दर्यकरण, यात्री विश्राम भवन, सार्वजनिक सुविधा काम्पलैक्स, घाट से सीधे मंदिर तक पहुंचने के लिए मोटराइज्ड व्हीकल, पुष्कर की पूरी जानकारी, लोकेशन हेतु हर पोल पर बार कोड, सरोवर से श्रीब्रह्मामंदिर तक सीधा कॉरिडोर बनाकर वाराणसी और गोल्डन टैंपल की तर्ज पर पुष्कर को नया रूप देने के लिए अविलम्ब विस्तृत कार्ययोजना बनाकर बजट आवंटन कर पुष्कर के महत्व को गरिमा प्रदान करावें, ताकि यहां आने वाले देशी-विदेशी श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की आस्था का सम्मान हो सके और हमारी सनातन संस्कृति एवं पौराणिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विशेषताएं संपूर्ण जगत में सर्वोच्चता प्राप्त कर सकें।

इस मांग पत्र पर केद्रीय मंत्री मेघवाल ने शीघ्र ही विकास कार्यों की स्वीकृति जारी करने की मंच से ही घोषणा की। कार्यक्रम में चेयरमैन कमल पाठक, फाउंडेशन अध्यक्ष ज्योति स्वरूप महर्षि, पार्षद, भाजपा कार्यकर्ता, गणमान्य नागरिक एवं महिलाएं उपस्थित थीं।