राहुल गांधी अमेठी से लडेंगे लोकसभा चुनाव: अजय राय

वाराणसी। आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के अपनी पारंपरिक सीट अमेठी से चुनाव लड़ने या न लड़ने को लेकर हो रही अटकलबाजी पर कांग्रेस की उत्तर प्रदेश ईकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष अजय राय ने विराम लगाते हुए शुक्रवार को साफ कर दिया कि वह निश्चित रूप से अमेठी से चुनाव लडेंगे।

प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद पहली बार वाराणसी आने पर जब राय से पूछा गया कि क्या राहुल अमेठी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, तो राय ने कहा कि राहुल गांधी निश्चित रूप से अमेठी से चुनाव लड़ेंगे। अमेठी के लोग यहां हैं।

उन्होंने कहा कि जहां तक प्रियंका गांधी का सवाल है, पार्टी कार्यकर्ता उनकी जीत सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, जहां से भी वह चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं, चाहे वह वाराणसी ही क्यों न हो।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के राहुल दिल्ली नहीं आएंगे, के दावे को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि स्मृति ईरानी खुद घबराई हुई हैं। उन्होंने 13 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से चीनी उपलब्ध कराने का दावा किया था, क्या वह ऐसा कर पाई हैं तो? उन्हें लोगों को जवाब देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी का मुख्य मुद्दा महंगाई, बेरोजगारी और भारतीय जनता पार्टी द्वारा पैदा किया जा रहा भय का माहौल होगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा दिए गए प्यार के संदेश को हम उत्तर प्रदेश के हर घर तक पहुंचाएंगे। कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हरा देगी।

गौरतलब है कि 2004 के आम चुनावों के बाद से लगातार तीन बार अमेठी संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से 55,000 से अधिक मतों के अंतर से हार गए थे। फिलहाल राहुल केरल के वायनाड से सांसद हैं।

अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने गुरुवार को पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी की जगह पूर्व विधायक अजय राय को यूपी प्रदेश कांग्रेस कमेटी (यूपीपीसीसी) का नया प्रमुख नियुक्त किया है।

राय यूपी में प्रयागराज जोन के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे थे हालांकि खाबरी को हटाने का कोई कारण नहीं बताया गया है, लेकिन पार्टी सूत्रों ने कहा कि राज्य इकाई अध्यक्ष के रूप में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।

भूमिहार परिवार से आने वाले राय को यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र का कद्दावर नेता माना जाता है। पांच बार के विधायक, राय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ दो बार लोकसभा चुनाव लड़ा, पहली बार 2014 में और फिर 2019 के आम चुनावों में, हालांकि दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।