अजमेर। उदयपुर के महाराणा प्रताप अस्पताल में कार्यरत दिवंगत डॉ. रवि शर्मा के साथ अस्पताल प्रशासन की लापरवाही वश हुई मृत्यु के मामले को लेकर राजस्थान ब्राह्मण महासभा ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। रवि शर्मा अस्पताल में चिकित्सक के पद पर कार्यरत थे। अस्पताल परिसर में लगे वाटर कूलर में करंट की चपेट में आने से उनकी मृत्यु हो गई।
ज्ञापन में बताया गया कि डा रवि शर्मा की मृत्यु अस्पताल प्रशासन की गंभीर लापरवाही के चलते हुई है। वाटर फूलर में करंट की शिकायत पूर्व में बार बार अस्पताल प्रशासन को की गई इसके बावजूद समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया। यही करंट की समस्या डाक्टर शर्मा की मौत का कारण बनी।
घटना के दिन डॉ. रवि शर्मा ने पानी पीने के लिए वाटर कुलर के जैसे ही हाथ लगाया वे करंट की चपेट में आ गए। इस दुर्घटना के साक्षी वहां लगे सीसीटीवी में रिकार्ड फुटेज हैं। ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट को बदल दिया गया, क्योंकि पोस्टमार्टम भी उसी अस्पपाल में करवाया गया था। अस्पताल प्रशासन ने अपनी लापरवाही छिपाने के लिए ऐसा कृत्य किया, जो सरासर अपराध है।
ब्राह्मण समाज की मांग है कि लापरवाही बरतने वाले अस्पताल प्रशासन संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए एवं दिवंगत रवि शर्मा के परिवार को उचित मुआवजा राशि एवं परिवार के सदस्य को सरकारी नियुक्ति देकर उनके परिवार के साथ उचित न्याय हो।
ज्ञापन देने वालों में नरेश मुदगल, राजीव शर्मा, जेके शर्मा, पार्षद ज्ञान सारस्वत, राजनारायण आसोपा, गोविंद प्रसाद पांड्या, पंडित आनंद पुरोहित, श्रवण गौड़, गगन आत्रेय, एडवोकेट उमंग शर्मा, संदीप शर्मा, अभिषेक शर्मा, डॉ दीपक शर्मा, पंडित कमल शर्मा, आशीष जोशी, प्रद्युम्न गौड, राजेश ओझा, देवेन्द्र प्रकाश शर्मा, मोहित जोशी, महावीर शर्मा, ज्ञान प्रकाश, गौरव शर्मा, सुनील जोशी, हनुमान शर्मा, रघुनाथ गौड़, महेश चंद शर्मा, महेन्द्र शर्मा, कार्तिक शर्मा, बृजेश गौड, देवेंद्र त्रिपाठी, ओम प्रकाश पारीक आदि शामिल रहे।