अजमेर। सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम में ढृढ़ता, नैतिक साहस और राष्ट्रनिर्माण की गूंज सुनाई देती है। आज का दिन केवल जयंती नहीं, राष्ट्रीय एकता दिवस है। यह दिवस हमें स्मरण कराता है कि भारत केवल भूमि का टुकड़ा नहीं- यह मन, मस्तिष्क और मूल्य की एकता पर खड़ा राष्ट्र है।
यह कहना था राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति और कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. आनंद भालेराव का जो लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
 उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने किसानों को आह्वान कर कहा कि जिस हाथ में चरखा है, उसी हाथ में हल भी होना चाहिए। तभी भारत आत्मनिर्भर बनेगा। पटेल केवल किवदंती नहीं बल्कि कर्म की प्रतिमा थे। उन्होंने 562 रियासतों को जोड़कर भारत को एक सूत्र में पिरोया था।
प्रो. भालेराव ने बताया कि सरदार पटेल ने कहा था कि विश्वविद्यालय केवल डिग्री देने का स्थान नहीं, यह राष्ट्रनिर्माण का कारखाना है। उनका मानना था कि कौशल, चरित्र और संस्कृति तीनों मिलकर ही युवाओं को राष्ट्र-शक्ति बनाते हैं। आज यह भाव हमारे NEP 2020 की भावना में भी दिखता हैं – समग्र शिक्षा, नवाचार, कौशल, भारतीयता और मानवता।
प्रो. भालेराव ने कहा कि यह विश्वविद्यालय सरदार पटेल के सिद्धांतों पर चलने वाला स्थल है। यहां भारत के हर प्रांत के विद्यार्थी हैं। यह परिसर विविधता में एकता की जीती जागती प्रतिमा है। विश्वविद्यालय में NEP 2020 की भावना से ज्ञान, कौशल, अनुसंधान और भारतीयता का संगम बन रहा है। अंत में कुलपति प्रो. भालेराव ने उपस्थित सभी को राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने की शपथ दिलाई।
उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रेरणादायक विचार को विश्वविद्यालय से जोड़ते हुए कहा आगे कहा कि सरदार पटेल कहा करते थे कि भारत में अंधेरा नहीं होना चाहिए न सड़कों पर और न मन में। इसी राष्ट्रीय विचार की रोशनी को हमें अपने विश्वविद्यालय परिसर में सदैव प्रज्ज्वलित रखना है, ताकि ज्ञान, एकता और प्रगति की यह लौ निरंतर प्रकाशित होती रहे। अंत में धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव अमरदीप शर्मा ने दिया। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी अनुराधा मित्तल ने किया।
रन फॉर यूनिटी
लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद भालेराव ने हरी झंडी दिखाकर दौड़ को फ्लैग ऑफ़ किया। इस दौड़ का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता, अखंडता एवं सरदार पटेल के अदम्य नेतृत्व की भावना को स्मरण करना था।
इस अवसर पर प्रतिभागियों ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत के नारे के साथ दौड़ पूरी की और देश की एकता एवं सदभाव के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
 इस भव्य और दिव्य कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अधिकारीगण, शिक्षकगण, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
 
  
 
