जयपुर। राजस्थान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने प्रदेश में युवाओं के लिए रोजगार सृजन राज्य सरकार की प्राथमिकता बताते हुए कहा है कि वह इसके लिए नई नीतियां लेकर आई और व्यापार करना आसन और सस्ता हो पर काम किया जा रहा है।
कर्नल राठौड़ बुधवार को यहां इंडिया स्टोनमार्ट-2026 की पूर्व गतिविधियों के तहत लघु उद्योग भारती राजस्थान की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय संगोष्ठी के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान खनिजों से समृद्ध राज्य हैं और धरती की दौलत को जनकल्याणकारी कार्यों में पर्यावरण संतुलन के साथ लगाना ही विकास है। इस संतुलित आधार पर बेहतर तरीक से खनन हो और वैल्यू एडीशन को बढ़ावा दिया जाए। ,
उन्होंने कहा कि राज्य में साढ़े सात लाख एमएसएमई इकाइयां संचालित हैं और हमें वैल्यू एडीशन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को मजबूत करना हैं और इस इंडस्ट्री को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में नई नीतियां बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार राजस्थान नीति 2024 लेकर आई और सिंगल विंडो क्लीयरेंस योजना आदि से काम को सरल बनाया गया जिससे दिक्कतें कम हुई है।
उन्होंने कहा कि दो विचारधारा पर काम किया जा रहा है जिसमें व्यापार को आसन और सस्ता बनाना है जिससे रोजगार सृजन होगा। राज्य सरकार यवुाओं के लिए रोजगार सृजन को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य उद्योगों के टिकाऊ विकास, पर्यावरणीय जिम्मेदारी और खनन संसाधनों के संतुलित उपयोग को बढ़ावा देना है।
इस अवसर पर उद्योग राज्य मंत्री केके विश्नोई, लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा, खनन, पर्यावरण एवं उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव, रीको के वरिष्ठ अधिकारी, पर्यावरणविद, खनन विशेषज्ञ और प्रदेशभर से आए उद्यमियों ने भाग लिया।