मिलावटी बायोडीजल के विनिर्माताओं एवं खुदरा विक्रेताओं के विरुद्ध की जाएगी सख्त कार्रवाई : किरोड़ीलाल मीणा

जयपुर। राजस्थान के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री डा किरोड़ीलाल मीणा ने कहा है कि मिलावटी बायोडीजल के विनिर्माताओं एवं खुदरा विक्रेताओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डा मीणा ने बुधवार को शासन सचिवालय में मिशन हरियालो राजस्थान, बायोफ्यूल प्राधिकरण, बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड और अरावली (एसोसिएशन फॉर रूरल एडवांसमेंट थ्रू वालंट्री एक्शन एंड लोकल इन्ववोल्वेमेंट) द्वारा संचालित कार्यों की समीक्षा बैठक में यह बात कही। बैठक में उन्होंने सुदृढीकरण के निर्देश दिए।

उन्होंने बायोफ्यूल प्राधिकरण विभाग द्वारा जारी राजस्थान जैव ईंधन नियम-2019 में आवश्यक संशोधन कर मिलावटी बायोडीजल (बी–100) के विनिर्माताओं एवं खुदरा विक्रेताओं के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही के प्रावधान का समावेश कर सक्षम स्तर से प्रभावी नियम बनाए जाने के निर्देश दिए साथ ही राज्य में बंजर भूमि को हरा-भरा बनाने एवं ग्रामीण जनसमुदाय की आय बढ़ाने के लिए बंजर भूमि पर अखाद्य तेलीय पौधे जैसे रतनजोत, करज आदि का अधिक से अधिक पौधारोपण कराने के संबंध में जिलेवार कार्य योजना तैयार करवाकर दीर्घकालीन योजना सम्पूर्ण राज्य के लिए बनाते हुए कार्यवाही करने को कहा।

डा मीणा ने बायोफ्यूल प्राधिकरण और बंजर भूमि एवं चारागाह विकास बोर्ड की शीघ्र बैठक आयोजित कर भविष्य की कार्ययोजना निर्धारित करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि राजस्थान में वृक्षारोपण महाभियान के तहत एक पेड़ मां के नाम की तर्ज पर हरियालो राजस्थान अभियान की शुरूआत गत वर्ष सात जुलाई से की गई थी, जिसके तहत सात करोड़ वृक्षारोपण कर राजस्थान पूरे देश में प्रथम स्थान पर रहा। इस कार्यक्रम का ग्रामीण विकास विभाग द्वारा विकसित हरियालो राजस्थान ऐप के माध्यम से जियो टैंगग भी किया जा रहा है। इस ऐप में रीयल टाईम के आधार पर पौधारोपण की ऑनलाईन प्रगति दर्ज करने का प्रावधान है।

वर्ष 2025-26 में सम्पूर्ण राज्य में 10 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित है, जिसमें से ग्रामीण विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग तथा जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग को संयुक्त रूप से दो करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य आवंटित किया गया है। जिसमें अब तक 1 करोड 9 लाख पौधे 50 से ज्यादा विभागों द्वारा लगाए जा रहे हैं। इसमें महात्मा गांधी नरेगा, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा सबसे अधिक लगभग 70 लाख पौधारोपण किया जाकर सबसे आगे है।

हरियालो राजस्थान के अन्तर्गत सम्पूर्ण राज्य में किए जा रहे पौधारोपण के जिलेवार, विभागवार, प्रजातिवार मॉनिटरिंग हरियालो राजस्थान ऐप के माध्यम से की जा रही है। महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में स्थापित की जा रही 12 हजार से अधिक पंचायत पौधशालाओं की जियो टैगिंग व मॉनिटरिंग भी की जा रही है।

डा मीणा ने वर्तमान में अरावली संस्थान द्वारा किए जा रहे क्षमतावर्धन, प्रशिक्षण एवं अध्ययन कार्यों की सराहना की तथा निर्देशित किया कि अरावली द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी अन्य विभागों को भी अवगत कराई जाने की आवश्यकता है जिससे अन्य विभाग भी उक्त कार्यों के लिए अरावली की सेवाएं ले सकें।