गोडवाड में भाजपा पर भारी कुम्भ राशि, पिण्डवाड़ा में समाराम को विरोध

सिरोही जिले की पिंडवाड़ा आबू विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी समाराम गरासिया के विरोध में लामबंद हुए भाजपा के नेता।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। गोडवाड़ा में भाजपा को कुम्भ राशि सूट नहीं कर रही है। कुम्भ राशि की विधानसभा सीट सांचौर में भाजपा के प्रत्याशी जालोर सांसद देवजी पटेल को जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

वहीं सिरोही जिले की पिण्डवाड़ा-आबू विधानसभा सीट पर कुम्भ राशि के नाम वाले भाजपा प्रत्याशी समाराम गरासिया को अपनी ही पार्टी के अन्य दावेदारों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए सरूपगंज के शीतला माता मंदिर में इस विधानसभा से भाजपा के दावेदारों ने समाराम गरासिया को फिर से प्रत्याशी बनाने का विरोध जताया। इस बैठक को देखकर भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी के भी इनसे मान मनौव्वल करने के लिए जाने की जानकारी सामने आई है। इस बैठक में रामलाल राणौरा, अर्जुनलाल गरासिया, दुर्गाराम गरासिया, रतनलाल गरासिया, बाबूलाल मीणा, धनाराम मीणा आदि शामिल थे।

-कब तक उठाएंगे दरी
इस बैठक में सबसे ज्यादा एगे्रसिव घरट के पूर्व सरपंच अर्जुनराम गरासिया दिखाई दिए। उनका कहना था कि आखिर कब तक हम लोग पार्टी में दरियां उठाते रहेंगे। उनका कहना था कि आखिर समाराम गरासिया ने ऐसा क्या कर दिया है पार्टी के लिए कि उन्हें चौथी बार टिकिट दिया गया है।

उनका आरोप था कि समाराम गरासिया गिने चुने लोगों को साथ लेकर चलते हैं और हम लोगों से भी तू-तड़ाक से बात करते हैं। रामलाल राणौरा का आरोप था कि समाराम गरासिया ने क्षेत्र में पार्टी या पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए कोई विशेष कार्य किया है तो पार्टी इसकी जानकारी दी जाए कि इस कारण से उन्हें दोहराया जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी वजह से पार्टी को नुकसान ज्यादा हुआ है। इस बैठक में मौजूद लोगों ने समाराम गरासिया को व्यक्ति विशेष के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया।
-उठा ये मुद्दा भी
बैठक में विरोधियों ने आरोप लगाया कि पिण्डवाड़ा नगर पालिका में अविश्वास प्रस्ताव आने की प्रमुख वजह भी वही थे। उनका कहना था कि विधायक रहते हुए उन्होंने कई लोगों के टिकिट काटे वो सब निर्दलीय पार्षद बनकर नगर पालिका में पहुंचे जिससे पार्टी को नुकसान हुआ। इतना ही नहीं उनका ये भी आरोप था कि विधायक अपने क्षेत्र में ही पंचायत समिति चुनावों में अपने गृह वार्ड संख्या 18 में अपने रिश्तेदार भंवरलाल को नहीं जितवा पाए। उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार मेघाराम ने 1039 वोटों से हरा दिया। यदि इस हारा वाला आरोप सही है तो ये कोई छोटी हार नहीं है, ये कुल वैध मतों का 20.28 प्रतिशत वोटों की हार है। जो बड़ा अंतर होता है।

-रेवदर में भी गुस्सा
रेवदर विधानसभा क्षेत्र में जगसीराम कोली को पांचवी बार टिकिट देने का भाजपा के दूसरे दावेदारों ने विरोध जताना शुरू कर दिया है। यहां पर ये जानकारी सामने आई है कि दो दावेदारों ने उन्हें पार्टी की ओर से सौंपे गए दायित्वों से सामूहिक इस्तीफा का मानस बनाया है। यहां पर भी मुद्दा वही है जो पिण्डवाड़ा में उठा। ये कि आखिर कब तक हम लोग दरिया उठाएंगे। इनका आरोप है कि रेवदर विधानसभा में भाजपा की जीत का अंतर लगातार कम हो रहा है फिर भी जगसीराम को पांचवी बार टिकिट दिया गया है।
– जिलाध्यक्ष की समझाइश का असर नहीं
सरूपगंज में पिण्डवाड़ा आबू के प्रत्याशी समाराम गरासिया के खिलाफ हुई लामबंदी में बैठे नेताओं को समझाने के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेश कोठारी भी पहुंचे। उन्होंने इसे पार्टी का निर्णय मानते हुए एकजुटता का आह्वान किया। लेकिन, आक्रोशित दावेदार इन पर नहीं माने। उन्होंने 28 अक्टूबर को पिण्डवाड़ा में बैठक प्रस्तावित की है। इनकी मांग है कि समाराम गरासिया का टिकिट वापस लेकर दूसरे को टिकिट दिया जाएगा। वहीं रेवदर में भी विरोध धड़े के द्वारा दशहरे को बैठक आयोजित करके आगे की रणनीति बनाने की सूचना है।