एक साथ उठे कदमों ने लिखी राष्ट्रभक्ति की नई इबारत
बाघसुरी। नसीराबाद के समीपवर्ती बाघसुरी पंचायत मुख्यालय पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष महोत्सव की तैयारियों के बीच रविवार को कस्बे में अद्भुत नजारा देखने को मिला। सड़कों पर जब स्वयंसेवक कदमताल करते हुए निकले तो पूरा कस्बा भावविभोर हो गया। राष्ट्रभक्ति से ओत प्रोत नारों की गूंज से वातावरण देशभक्तिमय हो गया।
सफेद शर्ट, भूरे पैंट और हाथों में दंड थामे युवकों के चेहरों पर अनुशासन की गम्भीरता और साहस की आभा साफ झलक रही थी।
पुष्पवर्षा से जोरदार स्वागत
कस्बे मे पथसंचलन के दौरान जगह जगह ग्रामीणों व महिलाओं द्वारा स्वंयसेवकों पर पुष्पवर्षा की गई जो बच्चों के मनोबल को और ऊंचा कर गया। कस्बे की गलियों से लेकर मुख्य मार्ग तक हर किसी ने माना कि ये कदम ही आने वाले भारत की मजबूत नींव हैं। बच्चों की इस भागीदारी ने साफ संदेश दिया कि राष्ट्रसेवा केवल वर्तमान की ज़िम्मेदारी नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों का संस्कार भी है।
बाघसुरी की पवित्र धरा पर स्वयंसेवकों का यह अनुशासित प्रदर्शन, संघ के शताब्दी वर्ष अभियान को और भी ऐतिहासिक बना गया। वहीं 2 अक्टूबर विजय दशमी पर 100 वर्ष पूर्ण करने पर 5 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी महोत्सव धूमधाम से मनाने को लेकर ग्राम पंचायत बाघसुरी के प्रत्येक घर को पीले चावल देकर आमंत्रित कर शताब्दी महोत्सव मे आने का न्योता देने के लिए बाघसुरी के हर एक स्वयंसेवक को बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की बात कही गई।
वहीं पथसंचलन के दौरान कस्बे के मुख्य मार्ग पर भारत माता की वेशभूषा मे बालिकाऐं थी जो स्वयंसेवकों का अखंड भारत की छवि का अहसास करा रही थी। पथसंचलन के दौरान स्वयंसेवकों के पीछे नन्हें बालक बालिकाओं की टोली चल रही थी जो भारत माता के जयकारे के साथ हिन्दू हिन्दू भाई भाई, वंदे मातरम, जयश्रीराम के गगनचुंबी नारे लगा रही थी।
पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद
बाघसुरी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पथसंचलन के दौरान स्वयंसेवकों के आगे पीछे व गली मोहल्ले के नुकड पर नसीराबाद सदर थाना का पुलिस जाप्ता मुस्तैद रहा।