प्रेमप्रकाश आश्रम में संत की नामकरण दीक्षा, राजूराम बने संत रामप्रकाश

अजमेर। प्रेम प्रकाश आश्रम में संत रामप्रकाश का नामकरण दीक्षा समारोह धूमधाम से मनाया गया। आश्रम के संत राजूराम को उनकी त्याग, तपस्या के बाद संत समाज ने नया नाम संत रामप्रकाश दिया है। वैशाली नगर चौरसियावास रोड पर स्थित आश्रम में आयोजित समारोह में भीलवाड़ा के महामण्डलेश्वर हंसराम महाराज, संत ब्रह्मानंद शास्त्री समेत संत समाज उपस्थित रहा। इस अवसर पर संतों के प्रवचन भी हुए।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि संतों के कथन पर चलने वाला समाज सदैव आगे बढ़ता है। युवाओं को संतों के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा है। प्रत्येक सनातनी अपने घर पर दीपक जलाए।

देवनानी ने कहा कि संत जन समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं। समाज और खासकर युवाओं को संतों का अनुकरण करना चाहिए। संतों के बताए मार्ग से ही देश और समाज की तरक्वी संभव है। संत हमारे देश की महान परम्परा के ध्वज वाहक हैं वे अपनी वाणी जो ज्योत जगा रहे हैं, उससे पूरा समाज आलोकित होता है।

देवनानी ने कहा कि आने वाली 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा समारोह है। यह एक महान कार्य है जिसके लिए हमने सदियों संघर्ष किया है। अब वह स्वपन पूरा होने जा रहा है। यह दिन भारतीयों और पूरे सनातन समाज के लिए गर्व का क्षण है। इस दिन प्रत्येक भारतीय अपने घर पर दीपक जलाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक भारतीय को समृद्ध सनातन संस्कृति पर गर्व है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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