राजस्थान में सतीश पूनियां को हटाया, सांसद सीपी जोशी बने प्रदेशाध्यक्ष

जयपुर/नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को बिहार, दिल्ली, राजस्थान एवं ओडिशा में नए प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की।

पार्टी की यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने सम्राट चौधरी को बिहार, वीरेंद्र सचदेवा को दिल्ली, सीपी जोशी को राजस्थान और मनमोहन सामल को ओडिशा में पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है।

राजस्थान बीजेपी की कमान अब जोशी को

राजस्थान से चित्तौड़गढ़ सांसद जोशी को डा सतीश पूनियां के स्थान पर भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया हैं। इस संबंध में संगठन महामंत्री एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने जोशी की नियुक्ति के आदेश जारी किए कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उहें राजस्थान भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया है।

उल्लेखनीय है कि डा पूनियां तीन साल से अधिक समय से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे और संगठन ने उनके अच्छे काम को देखते हुए पिछले दिनों ही उनका कार्यकाल बढ़ाया था और माना जा रहा था अब विधानसभा चुनाव तक प्रदेश अध्यक्ष यही रहेंगे लेकिन गुरुवार को पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बदल दिया। डा जोशी लगातार दूसरी बार चितौड़गढ़ से सांसद चुने गए थे और इससे पहले भी वह विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं।

पूनियां ने जोशी को प्रदेशाध्यक्ष बनने पर दी बधाई

राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने प्रदेश में उनकी जगह नव मनोनीत प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। डा पूनियां ने इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का हार्दिक अभिनंदन किया है।

इस अवसर पर डा पूनियां ने कहा कि मैं पार्टी का आभारी हूं कि मेरे जैसे साधारण किसान के घर में जन्मे कार्यकर्ता को तीन वर्षों तक ज़िम्मेदारी देकर सम्मान दिया। इन तीन वर्षों में संगठनात्मक रचना और आंदोलन के द्वारा पार्टी को पूरी ताकत से धरातल पर सक्रिय करने में योगदान दे पाया। मैं एक कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के निर्देशानुसार जीवन पर्यन्त काम करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि हम सब कृतसंकल्प हैं कि मिलकर 2023 में राजस्थान को कांग्रेस मुक्त बनाकर भाजपा की बहुमत की सरकार बनाएंगे।

भाजपा के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि डॉ पूनियां ने राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पार्टी के संगठन को विस्तार एवं मज़बूत किया, सफलतापूर्वक राजनीतिक कार्यक्रम एवं गहलोत सरकार के ख़िलाफ़ व्यापक जन आक्रोश तथा संघर्ष का प्रभावी नेतृत्व दिया और आगे भी उनकी अह्म भूमिका रहेगी।