धर्मांतरण कांड के आरोपी छांगुर बाबा की आलीशन कोठी नेस्तानाबूद

40 धार्मिक संस्थाओं के नाम पर करीब 100 करोड़ की फंडिंग
बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिला प्रशासन ने अवैध धर्मांतरण कांड के आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की कोठी को बुल्डोजर से नेस्तानाबूद कर दिया।

जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने मंगलवार को बताया कि धर्मांतरण समेत कई काले कारनामों का मास्टमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की उतरौला तहसील में तीन बीघे में बनी करोड़ों की आलीशान कोठी को बुल्डोजर से गिराया जा रहा है। जमालुद्दीन को आंतक निरोधक दस्ता (एटीएस) ने गिरफ्तार किया था।

जांचोपरांत आरोपी पाए गए स्वयंभू पीर की संपत्तियों पर शिकंजा कसने के साथ छांगुर बाबा की सभी चल-अचल संपत्तियों का विवरण तत्काल उपलब कराया गया, जिसमें कई संपत्तियां नगर क्षेत्र और देहात में उसके और रिश्तेदारों के नाम पर मिली है। उनकी जब्तीकरण की कार्यवाही की जा रही है। एटीएस द्वारा आरोपी बाबा संग गिरफ्तार की गई नसरीन उर्फ नीलू की संपत्ति को भी जब्त किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि बाबा के झांसे में धर्मांतरण कर फंसी नीतू भी धर्मांतरण में मददगार थी। यूपीएसटीएफ ने लखनऊ में करीब आठ माह पूर्व आरोपी बाबा के विरुद्ध मुकदमा कायम कराया था, जिसमें दस लोगों को नामजद किया गया था। इनमें कई आरोपियों को एटीएस गिरफ्तार कर चुकीं है।

अग्रवाल ने बताया कि चालीस धार्मिक संस्थाओं की स्थापना के नाम पर बाबा को करीब सौ करोड़ रुपए की फंडिंग की गई। उन्होंने बताया कि प्रकाश में आए सीजीएम कोर्ट पर क्लर्क राजेश उपाध्याय और उसकी पत्नी संगीता पर भी कड़ी कार्यवाही की जा रहीं हैं।

अवैध धर्मांतरण के गिरोह का नेटवर्क महाराष्ट्र तक फैला है। एटीएस की एफआईआर में मापुर उतरौला के जलालुद्दीन उर्फ झांगुर बाबा, महबूब, नीतू उर्फ नसरीन, नवीन उर्फ जमालुद्दीन के साथ ही मोहम्मद सवरोज, रशीद, गैडास बुजुर्ग थाना क्षेत्र के रेहरामाफी निवासी शहाबुद्दीन, गोंडा के गानेपुर थाना क्षेत्र के रेतवागाड़ा निवासी रमजान, महाराष्ट्र के नागपुर शहर के मांगपुर निवासी ईदुल इस्लाम व एक अज्ञात का नाम शामिल हैं।

एटीएस का दावा है कि आजमगढ़ में भी एक मुकदमा छांगुर के सहयोगियों पर दर्ज है। यही नहीं अब नामजद के अलावा आठ अन्य लोग भी आरोपित किए गए हैं। इस तरह 18 में चार की ही गिरफ्तारी हो पाई है। 14 लोगों की तलाश के लिए एटीएस ने अलग अलग टीमें बनाई है। जो संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं।