बगदाद। इराकी शिया मिलिशिया के लिए एक छत्र निकाय, इस्लामिक रेजिस्टेंस इन इराक ने शनिवार को ईरान के साथ सीमा क्षेत्र पर इजराइली हमले में एक वरिष्ठ सुरक्षा नेता की मौत की पुष्टि की।
इराक में ईरान समर्थक इस्लामिक रेजिस्टेंस ने एक बयान में कहा कि मिलिशिया कताइब सैय्यद अल-शुहादा की सुरक्षा इकाई के प्रमुख हैदर अल-मौसावी हमले में मारे गए। बयान में कहा गया कि मारे गए हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के सहयोगी अबू अली अल-खलील और उनके बेटे की भी हमले में मौत हो गई। बयान में अधिक विवरण दिए बिना कहा गया कि ये मौतें इराक और ईरान के बीच सीमा क्षेत्र पर इजरायली हमले के कारण हुईं।
ईरान पर हमला अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन :अराग्ची
तेहरान। अमरीका के तीन ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले को ईरान ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करार दिया है और आत्मरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने की चेतावनी दी है।
अमरीकी हमले के बाद ईरान की पहली प्रतिक्रिया में ईरानी विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराग्ची ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य अमरीका ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करके संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून और परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) का गंभीर उल्लंघन किया है।
अराग्ची ने कहा कि आज सुबह की घटनाएं अपमानजनक हैं और इसके अनन्त परिणाम होंगे। संयुक्त राष्ट्र के प्रत्येक सदस्य को इस अत्यंत खतरनाक, कानूनविहीन और आपराधिक व्यवहार से चिंतित होना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र चार्टर और आत्मरक्षा में वैध प्रतिक्रिया की अनुमति देने वाले इसके प्रावधानों के अनुसार, ईरान अपनी संप्रभुता, हितों और लोगों की रक्षा के लिए सभी विकल्प सुरक्षित रखता है।
गुटेरेस ने ईरान के विरूद्ध अमेरिकी हमले पर जतायी चिन्ता
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ईरान पर अमरीका की सैन्य कार्रवाई पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि सभी पक्षों को कूटनीतिक तरीके से शांति के लिए काम करना चाहिए। गुटेरेस ने ईरान के तीन परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमरीकी सेना के हमलों के बाद जारी एक बयान में आशंका जताई कि इससे संघर्ष और बढ़ने का खतरा है।
उन्होंने कहा कि मैं आज ईरान के खिलाफ अमरीका द्वारा बल प्रयोग से बहुत चिंतित हूं। इस कार्रवाई पहले से ही संकटग्रस्त उस क्षेत्र में टकराव में और खतरनाक वृद्धि होगी तथा यह अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए एक सीधा खतरा है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि इस संघर्ष के तेजी से नियंत्रण से बाहर होने का खतरा बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि संघर्ष बढ़ा तो नागरिकों, उस क्षेत्र और पूरी दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। मैं सदस्य देशों से आह्वान करता हूं कि वे तनाव कम करें और संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतर्राष्ट्रीय कानून के अन्य नियमों के तहत अपने दायित्वों को निभाएं।
उन्होंने कहा कि इस खतरनाक समय में, अराजकता के चक्र से बचना महत्वपूर्ण है। इस वर्तमान स्थिति का कोई सैन्य समाधान नहीं है। आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता कूटनीति है। एकमात्र आशा है शांति।