अजमेर। मनुष्य को अपने खान-पान व इंद्रियों पर विशेष नियंत्रण रखना चाहिए। वर्तमान युग में लोग मीडिया के विभिन्न संसाधनों का उपयोग करके जिस प्रकार अत्यधिक रूप से विभिन्न प्रकार की असात्विक व्यंजनों व भोजन का निर्माण कर आने वाले नौनिहालों के पूर्ण विकास पर प्रभाव डाल रहे हैं।

महाराज ने बताया कि मनुष्य अपने जीवन में आवश्यकता से अधिक अपेक्षाएं कर लेता है और वही अपेक्षाएं जीवन में मनुष्य के दुख का मुख्य कारण बन जाती है। ईश्वर सभी के लिए सामान है और सभी को सामान रूप से देखता है।
कथा आयोजन के दौरान व्यवस्था में गिरधारी सिंह, इन्दर सिंह पंवार, सम्मान सिंह, वरुण मंत्री, गजेंद्र सिंह के साथ कई गणमान्यजनों ने सहयोग किया। कथा के पश्चात सभी भक्त जनों को प्रसाद वितरित किया गया।



