चेन्नई। तमिलनाडु के करूर में अभिनेता और तमिलगा वेत्री कषगम (टीवीके) के अध्यक्ष विजय की कल की रैली में हुई भगदड़ में घायल एक और व्यक्ति की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या रविवार को बढ़कर 40 हो गई। मृतकों में 10 बच्चे, 17 महिलाएं और 13 पुरुष शामिल हैं। इसके अलावा सत्तारूढ़ द्रमुक और मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
तमिलनाडु स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम और अन्नाद्रमुक के महासचिव एडाप्पादी के पलानीस्वामी (ईपीएस) के बीच इतने सारे लोगों की मौत की जिम्मेदारी तय करने को लेकर आराेप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। पलानीस्वामी ने राज्य सरकार और पुलिस को विपक्ष की रैली के लिये संकरा मार्ग निर्धारित करने तथा पुलिस की तैनाती कम करने में हुई घोर चूक के लिए दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि इसका स्पष्ट सबूत है कि सुरक्षा में चूक हुई और मीडिया रिपोर्ट भी कह रही कि बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण भगदड़ मचने से अफरा-तफरी मच गई।
पलानीस्वामी ने करूर सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों से मिलने और पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने के बाद संवाददाताओं से कहा कि पुलिस को भीड़ का आकलन करना चाहिए था और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करनी चाहिए थी। लोग राजनीतिक रैलियों में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संबंधित पार्टी, पुलिस और सरकार पर भरोसा करते हुए आते हैं। लेकिन पुलिस दो अलग-अलग पैमाने अपना रही है- एक सत्ताधारी दल के लिए और दूसरा विपक्ष के लिए। ऐसी त्रासदी कहीं नहीं हुई है और उस हादसे को टाला जा सकता था। उन्होंने टीवीके को भी व्यवस्थित तरीके से रैलियां आयोजित करने में प्रमुख दलों से सीखने की भी सलाह दी।
सुब्रमण्यम ने इस घटना के लिए टीवीके को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि जब भीड़ नियंत्रण की शर्तें लागू की जाती हैं, तो टीवीके अदालत का दरवाजा खटखटाते है। यह त्रासदी टीवीके द्वारा पुलिस की शर्तें न मानने का नतीजा है।
टीवीके ने भगदड़ की सीबीआई या एसआईटी से जांच कराने की मांग की
तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) की करूर में हुई रैली में 40 निर्दोष लोगों की जान लेने वाली हृदय विदारक भगदड़ की घटना के एक दिन बाद टीवीके ने मद्रास उच्च न्यायालय का रुख किया और घटना की सीबीआई या विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने की मांग की। घायल पीड़ितों में से एक ने अभिनेता से राजनेता बने विजय की रैली पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए एक और याचिका दायर की है।
रविवार और अदालत की छुट्टी होने के कारण टीवीके के वरिष्ठ पदाधिकारी निर्मल कुमार ने दोपहर न्यायमूर्ति धंदापडी के समक्ष उनके आवास पर घटना की सीबीआई या एसआईटी जांच की मांग की। मीडिया से बातचीत करते हुए निर्मल कुमार ने कहा कि इस मामले की सुनवाई मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै खंडपीठ द्वारा सोमवार को दोपहर 14:15 बजे की जाएगी। याचिका में उन्होंने इस दुखद घटना के पीछे पथराव और साजिश का आरोप लगाया और विस्तृत जांच की मांग की।
इस बीच भगदड़ में घायल हुए लोगों में से एक सेंथिल कन्नन ने मद्रास उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर विजय की रैली पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। इस मामले की सुनवाई रविवार की शाम में होने की उम्मीद है। सेंथिल कन्नन ने याचिका में कहा है कि ऐसे आयोजनों में आने वाले लोगों के लिए पर्याप्त एहतियाती और सुरक्षा उपाय किए बिना रैली की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
गौरतलब है कि तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) के संस्थापक और अभिनेता-राजनेता विजय द्वारा कल रात करूर में आयोजित एक राजनीतिक आउटरीच रैली में हुई भगदड़ में 40 लोगों की मौत हो गई।