अजमेर। 38वीं अंतर महाविद्यालय क्रिकेट प्रतियोगिता में सम्राट पृथ्वीराज राजकीय महाविद्यालय विजेता तथा उपविजेता रही दयानंद महाविद्यालय की टीम को पुरस्कार स्वरूप ट्राफी प्रदान की गई।
इस मौके पर आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि दयानंद कॉलेज प्राचार्य डॉ लक्ष्मीकांत, विशिष्ट अतिथि नॉमिनी अध्यक्ष डॉक्टर मनोज यादव, विश्वविद्यालय ऑब्जर्वर सुरेंद्र कुमावत व संजय तोमर रहे।
खिलाडियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि खेल जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। विजेता और उपविजेता टीमें सिर्फ ट्रॉफी पाने के लिए नहीं, बल्कि संघर्ष, कड़ी मेहनत और टीम भावना का उदाहरण बनकर हम सबके लिए प्रेरणा बनी हैं।
जिस उत्साह और समर्पण के साथ सभी टीमों ने प्रतियोगिता में भाग लिया है, वह सराहनीय है। हार-जीत जीवन का अभिन्न हिस्सा है, लेकिन असली जीत आपके जज्बे और प्रयास में है। हर बच्चा, चाहे वह विजेता हो या उपविजेता, अपने अनुभव से बहुत कुछ सीखता है और यही सीख भविष्य में आने वाली कठिनाइयों का सामना करने में मदद करेंगी।
जितना अधिक आप खेलेंगे, उतना बेहतर सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे। हार से घबराएं नहीं, जीत का सपना देखें। हमेशा प्रयासरत रहें, लक्ष्य तक पहुंचे। खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं, क्योंकि यही सही मायने में आपको विजेता बनाता है।
मुख्य अतिथि ने विजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान की। प्रतियोगिता के आयोजन सचिव विनय कुमार रहे। मंच संचालन डॉक्टर संत कुमार ने किया। खेल अधिकारी डॉक्टर कुलदीप सिंह ने सभी का धन्यवाद दिया।



