देहरादून। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के तहसील बड़कोट के सिलाई बैंड के पास शनिवार रात्रि लगभग दो बजे अतिवृष्टि/भूस्खलन होने के बाद लापता कुल नौ मजदूरों में से दो के शव रेस्क्यू टीमों ने खोज लिए हैं, जबकि सात अभी भी लापता हैं।
इससे पहले कुल 20 मजदूरों को सकुशल निकाला जा चुका था। घटना स्थल पर लापता मजदूरों की खोज के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीमें युद्धस्तर पर सर्च एवं रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई है।
जिला अधिकारी प्रशांत आर्या ने बताया कि जिस समय भूस्खलन हुआ, उस समय वहां 29 मजदूर एक निजी होटल के निर्माण कार्य के लिए मौजूद थे। इसमें 20 मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया जबकि दो मजदूरों दूजेलाल (55), निवासी पीलीभीत, उत्तर प्रदेश और केवल विष्ट पुत्र बम बहादूर, 43 वर्ष, निवासी कर्ममोहनी, थाना राजापूर, जिला बर्दिया, नेपाल के शव बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि घटना स्थल पर शेष सात लापता मजदूरों की खोज के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीमें युद्धस्तर पर सर्च एवं रेस्क्यू अभियान में जुटी हुई है।
आर्य ने बताया कि अब अन्य लापता सात मजदूरों में रोशन चौधरी (37) पुत्र कुल्लू धारू, निवासी भीमपुर, थाना राजापुर, जिला वर्दिया, नेपाल, अनवीर धामी (40) पुत्र प्रजन धामी, निवासी स्वामि कार्तिक खापर, वार्ड संख्या 03, जिला बाजुरा, नेपाल, कल्लूराम चौधरी (60) पुत्र कर्ण बहादूर, निवासी उपरोक्त, जयचंद उर्फ बॉबी (38), छोटू (22), प्रियांश (20) और सर कटेल धामी (32) पुत्र अनवीर धामी जो तीनों निवासी कालिदास रोड, देहरादून शामिल हैं।
जिला अधिकारी ने बताया कि जनपद में भारी बारिश के कारण यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पालीगाड़, कुथनौर एवं झज्जरगाड़ में भूस्खलन तथा वाश आउट से बाधित हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा मार्ग को सुचारु करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। पालीगाड़, कुथनौर क्षेत्र में पांच जेसीबी मशीनें कार्यरत हैं तथा इसके अतिरिक्त पोकलेन और ट्रॉला मशीनें भी तैनात की गई हैं। जो सड़क मार्ग को सुचारू करने हेतु युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालढांग, नलुणा, डबराणी में अवरुद्ध सड़क मार्ग को यातायात के लिए सुचारू कर दिया गया है।