ट्रंप को शांति पुरस्कार न देने पर व्हाइट हाउस ने की नोबेल समिति की आलोचना

वाशिंगटन। व्हाइट हाउस ने नोबेल समिति पर अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बजाय वेनेजुएला के एक लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता को अपना सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार देने के लिए शांति पर राजनीति को तरजीह देने का आरोप लगाया है।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को समिति ने घोषणा की कि मारिया कोरिना मचाडो को वेनेजुएला के लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के उनके अथक कार्य के लिए शांति पुरस्कार दिया जाएगा।

ट्रंप इस पुरस्कार की अपनी इच्छा के बारे में मुखर रहे हैं और कई वैश्विक संघर्षों को समाप्त करने का श्रेय लेते रहे हैं। उन्होंने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के दौरान भी, नियमित रूप से इस मुद्दे को उठाया।

व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बीबीसी के अमेरिकी मीडिया पार्टनर सीबीएस को बताया कि उन्होंने मचाडो को बधाई देने के लिए फोन किया और कहा कि वह इस पुरस्कार की हकदार हैं।

शुक्रवार सुबह घोषणा के बाद व्हाइट हाउस के संचार निदेशक स्टीवन चेउंग ने कहा कि नोबेल समिति ने साबित कर दिया है कि वे शांति पर राजनीति को तरजीह देते हैं।

चेउंग ने ‘एक्स’ पर लिखा कि राष्ट्रपति ट्रम्प शांति समझौते करते रहेंगे, युद्ध समाप्त करते रहेंगे और जानें बचाते रहेंगे। उनका हृदय मानवतावादी है, और उनके जैसा कोई नहीं होगा जो अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से पहाड़ों को हिला सके।

गाज़ा में युद्धविराम के लिए बहु-चरणीय समझौते को लागू कराने में ट्रम्प की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, जिसकी घोषणा नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने से दो दिन पहले की गई थी। राष्ट्रपति ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने अपने नौ महीने के कार्यकाल और अपने पिछले कार्यकाल के दौरान कई वैश्विक संघर्षों को समाप्त किया।