बिहार चुनाव में 20 साल पुरानी और भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकेंगे : तेजस्वी यादव

पटना। बिहार चुनाव में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उमीदवार बनाए जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बार प्रदेश से 20 साल पुरानी भ्रष्ट और निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। यादव ने अपने माता पिता लालू-राबड़ी को याद किया और बिहार चुनाव में मुख्यमंत्री का उमीदवार घोषित किए जाने पर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत तथा सभी घटक दलों के नेताओं को धन्यवाद दिया।

राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि बिहार में बीस साल पुरानी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार निकम्मी हो चुकी है और चारो तरफ भ्रष्टाचार से लिप्त है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत ठीक नही है और जनता दल यूनाइटेड की सारी गतिविधियां तीन-चार नेताओं ने अपने नियंत्रण में ले रखी हैं।

उन्होंने कहा कि ये सभी नेता भारतीय जनता पार्टी के साथ मिले हुए हैं और चुनाव के बाद जदयू को खत्म करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत इस चुनाव में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का उमीदवार घोषित नही किया गया है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा है कि चुनाव के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)के विधायक दल के नेता मुख्यमंत्री पद का चुनाव करेंगे।

राजद नेता ने कहा कि राजग सरकार के तमाम दावों के बावजूद बिहार में गरीबी, बेरोजगारी, पलायन बढ़ता ही गया है। बिहार की प्रति व्यक्ति आय भी देश मे सबसे कम है। प्रदेश में उद्योग धंधे भी नही हैं और ना ही सरकार के पास आगे कारखाने लगाने की कोई योजना है। उन्होंने कहा कि लालू के काल मे रेलवे ने कारखाना लगाया था और उन्होंने अपने 17 महीने के कार्यकाल में रीगा चीनी मिल को पुनः शुरू करवाया था। उन्होंने कहा कि शेष बंद पड़ी चीनी मिलों को शुरू करने के लिए सरकार के पास कोई योजना नही है।

यादव ने कहा कि बिहार का प्रशासन अधिकारियों और बाबुओं के हाथ में है जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। घूसखोरी अतिशय बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार आई तो भ्रष्टाचार पर कड़ाई से लगाम लगाया जाएगा। उन्होने कहा कि उनकी स्वयं की परछाई भी भ्रष्टाचार करेगी तो उस पर भी कार्रवाई होगी।

राजद नेता ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत बहुत बुरी है। उन्होंने कहा कि लालू राज को जंगल राज कहने वाले नेता भूल गए हैं कि बिहार में पिछले बीस वर्षों में 70 हजार हत्याएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि यदि वह जंगल राज था तो फिर यह क्या है? उन्होंने कहा कि सृजन घोटाला, बालिका गृह कांड से ले कर चूहों के पुल गिराने और शराब पीने तक इस सरकार के असंख्य कारनामे हैं। इन सभी मामलों में सरकार ने कोई कार्रवाई नही की है।

यादव ने कहा कि उन्होंने ने जब वृद्धा पेंशन 1500 करने की बात की तो सरकार ने उसे 400 से बढ़ा कर 1100 कर दिया। उन्होंने जब 200 यूनिट बिजली फ्री की बार की तो सरकार ने 125 यूनिट फ्री कर दिया। उन्होने सरकार की कई अन्य योजनाओं की चर्चा की और दावा किया कि ये सभी मूल रूप से उनकी ब्रेन चाइल्ड थीं, जिसे सरकार ने नक़ल कर लिया।

राजद नेता ने दावा किया कि जो कार्य वर्तमान सरकार बीस वर्षों में नही कर पाई है उसे वह बीस महीने में कर दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद बीस महीने के अंदर वह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदेश के हर घर मे एक सरकारी नौकरी करने वाला हो। इसके अलावा उन्होंने सीएम जीविका दीदियों और संविदाकर्मियों को स्थाई सरकारी नौकरी देने और अन्य जीविका दीदियों को दो हजार अतिरिक्त राशि देने की बात कही।

यादव ने कहा कि उनकी प्रस्तावित माई बहिन योजना से घबरा कर सरकार ने जीविका महिलाओं के खाते में दस हजार भेजे जो बाद में पुनः वसूल किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार सभी तरह के हथकंडे अपना रही है। ईडी, सीबीआई और दूसरी एजेंसियों का प्रयोग कर विपक्ष को डराया जाता है। विपक्षी नेताओं को बदनाम किया जाता है लेकिन जनता इस भ्रष्ट और निकम्मी सरकार से ऊब गयी है और इस बार के चुनाव में उसका जाना तय है।

संवाददाता सम्मेलन में महागठबंधन के घटक दलों के नेता कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षण अशोक गहलोत, बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा-माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, मार्क्सवादी कांग्रेस पार्टी (माकपा) के ललन चौधरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी(भाकपा)के राम नरेश पांडेय उपस्थित थे। सभी नेताओं ने महागठबंधन की एकता में विश्वास व्यक्त किया और बिहार से राजग सरकार की उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया।