फतेहाबाद। हरियाणा में फतेहाबाद जिला के टोहाना क्षेत्र के एक गांव में दुष्कर्म की शिकार किशोरी ने कीटनाशक दवाई पीकर आत्महत्या कर ली। पुलिस व परिजनों के अनुसार वह गर्भवती थी और कीटनाशक पीने से पहले उसके पेट में पल रही बच्ची की मृत्यु हो गई और बाद में उसने भी दम तोड़ दिया। किशोरी के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव का पोस्टमॉर्टम करवाने से इनकार कर दिया है।
फतेहाबाद के पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने बताया कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है और पकड़े गए युवकों के डीएनए से मृत बच्ची के डीएनए का मिलान करवा रहे हैं। उसी आधार पर बलात्कार के असल आरोपी का पता चल सकेगा।
परिजनों के अनुसार 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की के साथ पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने बलात्कार किया था और पीड़िता को ब्लैकमेल किया जा रहा था। जब परिजनों को पता चल और पुलिस में शिकायत दी गई तो किशोरी ने 18 जून को कीटनाशक दवा पी ली। उसे टोहाना सिविल अस्पताल में ले जाया गया जहां से उसकी गंभीर हालत के कारण डॉक्टरों ने अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। वहाँ रविवार को उसने दम तोड़ दिया।
किशोरी की मां के अनुसार उनकी बेटी ने बताया कि कई महीनों से पड़ोस की महिला अपने भतीजे से गलत काम करवा रही थी। उसने किसी को बताने पर जान से मारने और परिवार की बदनामी करवाने की भी धमकी दी थी।
परिजनों द्वारा शव लेने से इनकार करने के सवाल पर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि हरियाणा सरकार द्वारा इसके लिए इसी वर्ष कानून हरियाणा ऑनरेबल डिस्पोजल ऑफ डेड बॉडी एक्ट बनाया है और इसके तहत शव का सम्मानजनक निष्पादन होना चाहिए, यह सभी की जिम्मेदारी है।