अलवर। राजस्थान में अलवर के उद्योग नगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने ऑनलाइन सट्टेबाजी एप की वेबसाइटें बनाकर ठगी करने वाले गिरोह के तीन सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को गिरफ्तार किया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजपाल सिंह ने मंगलवार को बताया कि इनका राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश सहित भारत के कई राज्यों में नेटवर्क फैला हुआ है। जिसमें 60 हजार से भी ज्यादा एजेंट एवं खेलने वाले लोग जुड़े हैं। इन सब की आईडी सक्रिय रूप से मिली है। जिनका हिसाब 150 करोड़ रूपए का अब तक सामने आया है। इनमें ज्यादातर वर्चुअल करेंसी से लेन-देन करते थे।
उन्होंने बताया कि यह गिरोह ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा खिलवाने का काम करता था। आरोपियों से पूछताछ एवं मोबाइल फोन, लैपटाप में प्राप्त सम्पर्क सूत्रों से देश एवं विदेश में फैले संगठित गिरोह की जानकारी एकत्रित करके कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रारंभिक जांच में दुबई तक के संपर्क इसमें मिले हैं।
सिंह ने बताया कि साइबर सेल में कार्यरत हेड कांस्टेबल संदीप को मिली सूचना के आधार पर नाकाबंदी करके आगरा से लौट रहे नितिन पालीवाल को पकड़ा गया। उससे पूछताछ एवं मोबाइल फोन और लैपटाप में मिली सूचनाओं के आधार पर महेश शर्मा और पीयूष शर्मा को मथुरा में पकड़ा गया।
गहन पूछताछ और मोबाइल फोन, लैपटाप से प्राप्त सूचनाओं से सट्टेबाजी के संगठित गिरोह में शामिल पाये जाने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। तीनों आरोपी अलवर के हैं। तीनों ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने बताया कि आरोपियों को चार दिन की पुलिस हिरासत में लेकर जांच की जा रही है।