स्वामी टेउंराम चालीसा के 33वें दिन सिन्धू भवन पंचशील में धार्मिक आयोजन

अजमेर। साधना व भक्ति से शक्ति मिलती है। स्वामी टेउंराम जी परोपकारी थे। उन्होंने देश दुनिया में सभी को धर्म की राह पर चलना सिखाया। सेवा व स्मरण का मार्ग ही जीवन का आधार है। ऐसे आशीर्वचन स्वामी ब्रहमानन्द शास़्त्री के आशीर्वाद से स्वामी बसंतराम सेवा ट्रस्ट प्रेम प्रकाश आश्रम के स्वामी रामप्रकाश ने सिन्धू भवन पंचशील नगर में स्वामी टेउंराम चालीसा के 33वें दिवस पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में प्रवचन के दौरान कहे।

उन्होंने कहा कि जीते जी जुगति कर तो होगी सच्ची मुक्ति, सद्गुरू साहिब अहिडा मिलाया कि हमारा भाग्य जगाया। भजनों में घर घर गुरूअ जे जन्म जो…, स्वामी टेउंराम अवतार थी वियो…, थो करयां मां विनती…, साधना तपस्या ही है जो देश दुनिया में हुआ नाम…गाकर आशीर्वाद दिया। उन्होने कहा कि नियमित गौसेवा से सभी देवताओं के दर्शन होते हैं।

इस अवसर पर प्रेम प्रकाश आश्रम आदर्श नगर के दादा नारायणदास ने भी आशीवर्चन दिए। सेवादार सोनू सांई, हशू आसवाणी ने भी भजन व सोलह शिक्षाएं गाकर प्रस्तुत किए। स्वामी टेउंराम व आराध्यदेव झूलेलाल की आरती व पल्लव प्रार्थना सामूहिक की गई।

कार्यक्रम में पंचायत अध्यक्ष राधाकिशन आहूजा, महासचिव मनोज मेंघाणी, उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, कमल मोतियाणी, मुकेश आहूजा, मूलचन्द केवलाणी, भगवान आबनाणी, शोभराज विधाणी के साथ मातृशक्ति कान्ता मोतियाणी, कचंन हरवाणी, आशा केसवाणी, कमला आहूजा, मीना खेमाणी, रितू मेंघाणी, हेमा बसराणी, वर्षा मूलाणी, रेशमा, तारा पारवाणी, भक्ति आहूजा, मनसुखाणी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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