अलवर। राजस्थान में अलवर के विजय मंदिर पुलिस थाना क्षेत्र में पुलिस ने बाला डेहरा गांव से अपहृत किए गए युवक को मुक्त कराकर चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन सभी लोगों को बूंदी जिले में नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार करके अपहृत युवक हंसराज को बूंदी में ही मुक्त कराया गया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तेजपाल सिंह ने बुधवार को बताया कि डेहरा गांव के हंसराज (22) सोमवार को शाम के समय डेहरा बस स्टैंड पर किसी काम से आया था। जब वह घर लौट रहा था, तो रास्ते में बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया और कार में उसे लेकर चले गए। पुलिस को दो घंटे बाद इसकी सूचना मिली। उसके बाद पुलिस ने अपने मुखबिरों की सूचना पर इनका पता लगाया।
उन्होंने बताया कि बूंदी में पुलिस ने दबिश देकर हंसराज को बरामद करके चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके नाम का खुलासा शीघ्र किया जायेगा। सभी की भूमिका की जांच की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों में दो बूंदी के और दो खैरथल जिले के हैं।
सिंह ने बताया कि अपह्रत हंसराज ने इन लोगों से बैंक खाते किराये पर ले रखे हैं, जो व्यवसाय से जुड़े हैं। किस तरह का व्यवसाय है, इसकी जांच की जा रही है। इसमें साइबर ठगी का भी मामला हो सकता है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि बैंक खाते का किराया नहीं देने के कारण हंसराज का अपहरण किया गया।
हंसराज पैसे डलवाने के लिए दूसरे लोगों से बैंक खाता किराये पर लेता था। इसने बैंक खाते किराये पर लिए थे, जिनका किराया करीब साढ़े तीन लाख रुपए था। पकड़े गए आरोपियों में से मुख्य सरगना ने पीड़ित युवक हंसराज को सात बैंक खाते किराये पर दे रखे थे, जिसका चार फीसदी कमीशन के रूप में किराया लेता था।