नई दिल्ली। सरकार ने कई सोशल मीडिया मंचों पर फैलाए जा रहे इस संदेश को असत्य बताया है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों को 500 रुपए के नोट का एटीएम से वितरण सितंबर तक बंद करने का निर्देश दिया है।
सरकार की ओर से ऐसी खबरों को ‘झूठ’ बताया गया है। सूचना प्रसारण मंत्रालय के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने रविवार को अपने फैक्टचेक पर एक बयान में कहा है कि व्हाट्ऐप पर इसी दावे वाला एक झूठा संदेश फैल रहा है जिसमें बैंकों को 500 रुपए के नोटों का एटीएम से वितरण रोकने के लिए कहा गया है।
सरकारी बयान में कहा गया है कि आरबीआई द्वारा ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है। 500 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे। सरकार ने लोगों से कहा है कि वे इस निराधार सूचना पर ध्यान न दें और कोई भी समाचार सोशल मीडिया पर फैलाने से पहले उसकी सच्चाई को परखें।
उल्लेखनीय है कि 8 नवंबर 2016 को उस समय के चलन में 500 और 1000 के नोट का रिजर्व बैंक ने विमुद्रीकरण कर दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता के पास पड़े इन दोनों मूल्य के नोटों के बदले उन्हें बैंकों और डाकघरों के माध्यम से 500, 200 और 2000 के नये नोट और पहले से प्रचलन में चल रहे छोटे नोट जारी किए थे।
इससे पहले जून में भी कुछ सोशल मीडिया पर ये खबर फैलाई जा रही थी कि 500 की करेंसी धीरे धीरे मार्च 2026 तक चलन से बाहर कर दी जाएगी।