महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में ध्वजारोहण, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में झलका देशभक्ति का जज्बा

अजमेर। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में शुक्रवार को 79वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास एवं देशभक्ति के उत्साह के साथ मनाया गया। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. सुरेश कुमार अग्रवाल ने बृहस्पति भवन की प्राचीर पर ध्वजारोहण कर सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित कीं।

इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रो. अग्रवाल ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में केवल तलवार और बंदूक ही नहीं, बल्कि कलम, शब्द, गीत, शिक्षा और जागृति का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। स्वामी दयानंद सरस्वती ने 19वीं शताब्दी में भारत भारतीयों का ऐसा विचार प्रस्तुत किया, जो उस समय अत्यंत साहसिक सोच थी। उन्होंने शिक्षा को समाज सुधार और स्वतंत्रता का सबसे बड़ा साधन माना।

प्रो. अग्रवाल ने कहा कि आज हम स्वतंत्र हैं, पर स्वतंत्रता तभी सार्थक है जब वह नैतिक, बौद्धिक और आर्थिक रूप से सशक्त राष्ट्र का निर्माण करे। उन्होंने कहा कि आज की चुनौतियां बदल चुकी हैं। अब हमें अज्ञानता से नहीं, बल्कि अर्धज्ञान से सावधान रहना है; पराधीन शासन से नहीं, बल्कि मानसिक गुलामी से मुक्त होना है; केवल आर्थिक प्रगति नहीं, बल्कि संस्कृति और मूल्यबोध की रक्षा भी करनी है।

कुलगुरु ने कहा कि विश्वविद्यालय केवल डिग्रियों का कारखाना न बने, बल्कि विचारों की प्रयोगशाला, संस्कारों का मंदिर और राष्ट्र के भविष्य का निर्माण-स्थल होना चाहिए। उन्होंने अनुसंधान में नवीनता और मौलिकता, भारतीय ज्ञान परंपरा व आधुनिक विज्ञान का संगम, तथा लोकल से ग्लोबल तक पहुंचने की क्षमता को विश्वविद्यालय का लक्ष्य बताया।

शिक्षकों को संबोधित करते हुए प्रो. अग्रवाल ने कहा कि आप राष्ट्र की आत्मा और धड़कन हैं। आपके पास कलम, विचार और जोश है। इन्हें सही दिशा में क्रियान्वित करने की आवश्यकता है। विद्यार्थियों को केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि सृजनकर्ता बनाना ही शिक्षा का उद्देश्य होना चाहिए।

कार्यक्रम में योग विभाग के विद्यार्थियों ने योग प्राणायाम व योग नृत्यांजलि, शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त रसायन विभाग के छात्रों ने तेरी मिट्टी में मिल जावां… गीत, तथा सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग के छात्रों ने मोहे रंग तू बसंती… देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर वातावरण को देशप्रेम से ओतप्रोत कर दिया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलसचिव प्रिया भार्गव, वित्त नियंत्रक नेहा शर्मा, परीक्षा नियंत्रक डॉ सुनील टेलर सहित शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजू शर्मा ने किया।