भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में गुरुवार को वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) खुफिया महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने जीएसटी चोरी को लेकर एक कारोबारी के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डीजीजीआई की जयपुर क्षेत्रीय इकाई ने सुबह निखिल डाड के खिलाफ 10 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी के आरोप में छह ठिकानों पर सघन तलाशी शुरू की। निखिल केमिकल और कोयला की आपूर्ति के साथ ही सम्पत्ति और वित्त कारोबार से जुड़ा है। उन पर फर्जी बिलिंग और अवैध लेन-देन का आरोप है।
सूत्रों ने बताया कि डीजीजीआई के दल शास्त्री नगर न्यू हाउसिंग बोर्ड स्थित निखिल के पैतृक निवास पर पहुंचे, जहां उनके पिता रहते हैं। निखिल वहां नहीं मिला। पता चला कि वह कुमुद विहार के फ्लैट नंबर 803 में रहता है और वहीं से कारोबार संचालित करता है। इसके बाद डीजीजीआई के दल निखिल कुमुद विहार पहुंचे। इसके अलावा, रीको औद्योगिक क्षेत्र, चित्तौड़गढ़ स्थित प्रोसेस यूनिट और निखिल के कारोबारी साझेदार अनुज सोमानी के ठिकानों पर भी तलाशी अभियान शुरू किया गया।
जानकारी के मुताबिक निखिल शहर की कपड़ा इकाइयों को बड़े पैमाने पर केमिकल और कोयले की आपूर्ति करता है। डीजीजीआई को पुख्ता सूचना मिली थी कि निखिल ने फर्जी बीजक और गुप्त लेनदेन के जरिये करीब 10 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी की है। जांच में यह भी सामने आया कि निखिल का कारोबार जयपुर की एक ट्रेडिंग कंपनी से जुड़ा हो सकता है, जिसके खिलाफ 706 करोड़ रुपए की कर चोरी का मामला दर्ज हो चुका है।
डीजीजीआई के छह दल, जिनमें 25 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं, निखिल के कुमुद विहार स्थित फ्लैट, ऑफिस और अन्य ठिकानों पर दस्तावेजों, डिजिटल डेटा, लैपटॉप और पेन ड्राइव की जांच कर रहे हैं। दलों ने निखिल के स्टाफ से भी गहन पूछताछ की है। छापेमारी के दौरान भारी पुलिस बल तैनात किया गया और सभी ठिकानों के द्वार बंद कर दिए गए।