पुरी। ओडिशा में पुरी स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ मंदिर का खजाना कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वापस स्थायी रत्न भंडारों में स्थानांतरित कर दिया गया।
मंदिर की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार खजाना का स्थानांतरण सुबह 10:55 बजे शुरू हुआ और दोपहर 2:55 बजे समाप्त हुआ। रत्न भंडारों को स्थानांतरण के बाद बंद करते हुए सील कर दिया गया।
यह प्रक्रिया अत्यधिक सावधानी से की गई, जिसमें पूरे मंदिर परिसर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था ताकि कीमती खजाने को वापस उसकी जगह पर सुरक्षित रूप से पहुंचाया जा सके। यह कदम समिति के सभी ग्यारह सदस्यों की उपस्थिति में ओडिशा सरकार द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का सख्ती से पालन करते हुए उठाया गया।
पिछले वर्ष वार्षिक रथ यात्रा के दौरान रत्न भंडारों को खोला गया था और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा मरम्मत और संरक्षण कार्य को सुगम बनाने के लिए खजाने को अस्थायी रूप से स्ट्रांग रूमों में स्थानांतरित कर दिया गया था।
मंदिर के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाधी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) निर्धारित किए जाने के बाद खजाने की एक नई सूची तैयार की जाएगी। सूत्रों के अनुसार इससे पहले सूची तैयार करने में सहायता के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से दो वरिष्ठ अधिकारियों को भेजने के लिए संपर्क किया गया था।